संसद का मानसून सत्र चल रहा है और विपक्ष सरकार को सदन में महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर घेर रहा है। वहीं आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने राज्यसभा में सरकार से पेट्रोल-डीज़ल पर एक्साइज ड्यूटी को लेकर सवाल पूछा। केंद्र सरकार की ओर से 16 लाख करोड़ रुपये की कमाई होने वाले जवाब पर राघव चड्ढा ने कहा कि सरकार आखिर इतने पैसों का क्या कर रही है?
राघव चड्ढा ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा की सरकार ने लिखित जवाब में कहा कि एक्साइज ड्यूटी से उन्होंने 16 लाख करोड़ की कमाई की है। राघव चड्ढा ने बताया, “मैंने एक प्रश्न (संसद में) पूछा कि सरकार ने पिछले 6 वर्षों में पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क (एक्साइज ड्यूटी) के माध्यम से कितनी राशि अर्जित की है। सरकार ने एक लिखित जवाब में मुझे बताया कि भारत सरकार ने पिछले 6 वर्षों में 16 लाख करोड़ रुपये से अधिक की उत्पाद शुल्क अर्जित की है।”
राघव चड्ढा ने आगे कहा कि सरकार ने इन पैसों का इस्तेमाल बड़े उद्योगपतियों के कर्ज को चुकाने के लिए किया। उन्होंने कहा, “अगर आप भारत के कई राज्यों के बजट को मिला भी लें तो यह शायद 16 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार नहीं करेगा। इसे लूट नहीं तो क्या कहेंगे? इसमें सरकार ने क्या किया? उन्होंने हमारे पैसे का इस्तेमाल बड़े उद्योगपतियों का कर्ज चुकाने और आम आदमी और गरीबों को लूटने के लिए किया।”
वहीं दिल्ली सरकार की शराब नीति को लेकर एलजी द्वारा सीबीआई जांच की सिफारिश पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कहा, “मुझे पता है कि उन्हें (मनीष सिसोदिया, दिल्ली के डिप्टी सीएम और आप नेता) जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मैं इस महीने भर पहले जानता था। देश में अब एक नई व्यवस्था है, वे तय करते हैं कि किसे जेल भेजना है और फिर एक बना-बनाया मामला पेश किया जाता है।”
सिसोदिया का बचाव करते हुए अरविन्द केजरीवाल ने कहा, “पूरा मामला झूठा है। मैं सिसोदिया को पिछले 22 सालों से जानता हूं। वह ईमानदार है। जब वे मंत्री बने तो दिल्ली के सरकारी स्कूलों की हालत खस्ता थी। उन्होंने उन्हें उस स्तर तक लाने के लिए दिन-रात काम किया, जहां एक जज का बच्चा और एक रिक्शा चालक का बच्चा एक साथ बैठकर पढ़ाई करते हैं।”