सीबीआई मशहूर अभिनेता शाहरुख खान और उनके बेटे आर्यन खान के बयान दर्ज करने की योजना बना रही है। यह मामला नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के निदेशक समीर वानखेड़े के ज़रिए कथित जबरन वसूली के प्रयास की जांच से जुड़ा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह दावा एजेंसी के अधिकारियों ने किया है।

अधिकारियों में से एक ने नाम ना छापने की शर्त पर कहा कि हम जल्द ही आर्यन खान और शाहरुख खान के बयान दर्ज करेंगे। यह मामला समीर वानखेड़े की जांच से जुड़ा है जिसमें उनके इशारे पर आरोपी किरण गोसावी और सैनविल डिसूजा ने 25 करोड़ रुपये की मांग की थी। साजिश की तह तक जाने के लिए उनके बयान दर्ज करना जरूरी है।

क्या था पूरा मामला?

समीर वानखेड़े पर जबरन वसूली के प्रयास का आरोप लगा है। यह मामला अक्टूबर 2021 में मुंबई से दूर एक क्रूज जहाज पर छापे और आर्यन खान की गिरफ्तारी से जुड़ा हुआ है, आर्यन खान के पास किसी तरह का ड्रग्स नहीं मिलने के बावजूद उन्हें 25 दिन जेल में रहना पड़ा और आखिरकार उन्हें 25 दिनों के बाद जमानत मिल गई। उस समय यह स्पष्ट था कि एनसीबी द्वारा आर्यन खान को अंतरराष्ट्रीय संबंधों वाले एक डीलर के रूप में दिखाए जाने के प्रयासों किया गया था, हालांकि बाद में कहा गया कि उन्हें जानबूझ कर फंसाया गया था।

सीबीआई ने 11 मई को समीर वानखेड़े, एनसीबी के पूर्व पुलिस अधीक्षक विश्व विजय सिंह, खुफिया अधिकारी आशीष रंजन और गोसावी और डिसूजा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।

NCB के उप महानिदेशक (DDG) ज्ञानेश्वर सिंह के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (SET) की जांच रिपोर्ट के आधार पर प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि शाहरुख खान के बेटे को फंसाने के बदले में खान के परिवार से 25 करोड़ वसूलने की साजिश रची गई थी, और यह राशि तब घटाकर ₹18 करोड़ कर दी गई थी। गोसावी द्वारा 50 लाख की टोकन राशि ली गई थी लेकिन इस राशि का एक हिस्सा बाद में वापस कर दिया गया था।