केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने शनिवार (20 मई) को 1984 के सिख विरोधी दंगों से संबंधित एक मामले में कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर के खिलाफ चार्जशीट दायर की है। यह चार्जशीट सीबीआई ने 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों के दौरान पुल बंगश गुरुद्वारा अग्निकांड में दायर की है।

एक बयान में सीबीआई ने उल्लेख किया कि एजेंसी ने नवंबर 2005 में एक घटना पर तत्काल मामला दर्ज किया था जिसमें दिल्ली के बारा हिंदू राव के आज़ाद मार्केट में गुरुद्वारा पुल बंगश को भीड़ ने आग लगा दी थी। साथ ही गुरचरण सिंह, सरदार ठाकुर सिंह और बादल सिंह नाम के तीन व्यक्तियों को 1 नवंबर, 1984 को गुरुद्वारा पुल बंगश के पास जलाकर मार डाला गया था।

जगदीश टाइटलर के खिलाफ CBI की चार्जशीट

सीबीआई प्रवक्ता ने अपने बयान में कहा, “हमने 31 अक्टूबर, 1984 को भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए सिख विरोधी दंगों से जुड़े एक मामले में राउज एवेन्यू जिला अदालत में जगदीश टाइटलर के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। प्रवक्ता ने कहा, “सीबीआई ने 22 नवंबर 2005 को उस घटना पर मामला दर्ज किया था जिसमें आजाद मार्केट, बारा हिंदू राव, दिल्ली में गुरुद्वारा पुल बंगश को एक भीड़ द्वारा आग लगा दी गई थी और सरदार ठाकुर सिंह, बादल सिंह और गुरचरण सिंह नाम के तीन व्यक्तियों को 1 नवंबर 1984 को गुरुद्वारा पुल बंगश के पास जलाकर मार डाला गया था।”

1984 दंगों की जांच के लिए नानावती जांच आयोग का गठन

प्रवक्ता ने आगे कहा, “सीबीआई जांच के दौरान यह पाया गया कि 1 नवंबर 1984 को टाइटलर ने इलाके में दुकानों को जलाने और लूटपाट के अलावा गुरुद्वारे को जलाने और तीन सिख लोगों को मारने वाली भीड़ को भड़काया और उकसाया। जांच के बाद चार्जशीट दाखिल कर दी गई है।”

दिल्ली में वर्ष 1984 के सिख विरोधी दंगों की जांच के लिए भारत सरकार द्वारा वर्ष 2000 में न्यायमूर्ति नानावती जांच आयोग का गठन किया गया था। आयोग की रिपोर्ट पर विचार करने के बाद, गृह मंत्रालय ने तत्कालीन संसद सदस्य और अन्य के खिलाफ मामले की जांच के लिए सीबीआई को निर्देश जारी किए।

CFSL करेगी टाइटलर के आवाज के नमूनों की जांच

सूत्रों के मुताबिक, इससे पहले 11 अप्रैल को कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर दिल्ली में सीबीआई के सामने पेश हुए थे और दिल्ली में 1984 के सिख विरोधी दंगों से संबंधित पुल बंगश गुरुद्वारा मामले के संबंध में अपनी आवाज के नमूने दिए थे। केंद्रीय फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (CFSL) आवाज के नमूनों की जांच करेगी।

अगर मेरे खिलाफ सबूत हैं, तो मैं फांसी पर चढ़ने के लिए तैयार- जगदीश टाइटलर

लैब से बाहर निकलते हुए जगदीश टाइटलर ने कहा कि अगर मेरे खिलाफ एक भी सबूत है तो मैं फांसी पर चढ़ने को तैयार हूं। टाइटलर ने कहा, “मैंने क्या किया है? अगर मेरे खिलाफ सबूत हैं, तो मैं फांसी पर चढ़ने के लिए तैयार हूं। यह 1984 के दंगों के मामले से संबंधित नहीं था, जिसके लिए वे मेरी आवाज का नमूना चाहते थे बल्कि एक और मामला था।”

वहीं, इस मामले में सीबीआई के अधिकारियों का कहना है, “हमारे पास चल रहे एक मामले में सबूत मिले हैं इसलिए जगदीश टाइटलर को अपनी आवाज का नमूना देने के लिए कहा गया है।” सीबीआई ने मामले में कांग्रेस नेता को क्लीन चिट दे दी थी, लेकिन 4 दिसंबर, 2015 के आदेश के बाद जांच फिर से शुरू की।