मनमोहन सरकार में ट्रेनिंग विमानों के सौदे में सीबीआई ने भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया है। यह केस रिश्वतखोरी और कथित अनियमितताओं को लेकर दर्ज किया गया है।

सीबीआई अधिकारी ने बताया ‘2009 में 2,896 करोड़ रुपए के 75 बेसिक ट्रेनिंग विमानों की खरीद में कथित अनियमितताओं को लेकर यह केस दर्ज किए गए हैं। सीबीआई ने यह केस हथियारों के डीलर संजय भंडारी, एयर फोर्स और रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों पर दर्ज किया है। इसके अलाव स्विट्जरलैंड स्थित विमान निर्माता कंपनी पिलाटस एयरक्राफ्ट लिमिटेड के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है।’

शुक्रवार को सीबीआई ने भंडारी के मालिकाना हक वाली प्रॉपर्टी और अन्य आरोपियों के ठिकानों पर दिल्ली में छापेमारी की थी। रियों ने कहा कि छापेमारी आगे भी जारी रहेगी। सीबीआई द्वारा दर्ज एफआईआर में भंडारी की कंपनी ऑफसेट इंडिया सॉल्यूशन लिमिटेड का भी नाम दर्ज है।

स्विट्जरलैंड की इस कंपनी को 339 करोड़ रूपए की रिश्वत देने और कथित अनियमितताओं का आरोपी बनाया गया है। मालूम हो कि भंडारी यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के करीबी माने जाते हैं।

सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) उनके खिलाफ यूपीए सरकार के दौरान हुइ पेट्रोलियम डील और रक्षा सौदे में उनकी क्या भूमिका थी इसकी भी जांच कर रही है। इससे राबर्ट वाड्रा की भी मुश्किलें बढ़ सकती है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि हथियारों के डीलर भंडारी ने रॉफेल सौदे के ऑफसेट कॉन्ट्रेक्ट को हासिल करने के लिए भी लॉबिंग की थी। यह लॉबिंग 2012 से 2015 के दौरान की गई थी।