कर्नाटक में बीदर पुलिस ने सोमवार (27 जनवरी, 2020) को शहर के शाहीन एजुकेशन इंस्टीट्यूट ऑफ बीदर के खिलाफ सीएए/एनआरसी पर आयोजित ड्रामा का एक वीडियो सोशल मीडिया में अपलोड करन के मामले में केस दर्ज किया है। आरोप हैं कि सीएए/एनआरसी विरोधी नाटक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि किसी ‘खलनायक’ वाली दिखाई गई। ड्रामे का मंचन बीते रविवार को हुआ था। अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट द न्यू इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक खबर के मुताबिक सामाजिक कार्यकर्ता निलेश रक्क्षयाल की शिकायत के बाद पुलिस ने मामले में संज्ञान लिया।
सामाजिक कार्यकर्ता ने अपनी शिकायत में कहा कि संस्थान के नाबालिग बच्चों को पीएम मोदी को अपमानित करते हुए नाटक का मंचन किया गया। ड्रामा में एक संदेश यह भी देने की कोशिश की गई कि अगर सीएए और एनआरसी लागू किया जाता है कि एक समुदाय के लोगों को देश छोड़ना होगा। शिकायतकर्ता ने आगे कहा कि वीडियो सोशल मीडिया में बीदर के मोहम्मद यूसुफ रहीम द्वारा अपलोड किया गया।
निलेश रक्क्षयाल ने दावा किया कि बच्चों द्वारा मंचित किया गया नाटक और जिस तरह से यह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हुआ, वह सरकार की नीतियों और फैसलों के बारे में गलत संदेश भेजने के अलावा समाज में शांति को नुकसान पहुंचा सकता है।
अपनी शिकायत में निलेश ने मांग की है कि पुलिस रहीम और संस्थान के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करे। इसके अलावा एबीवीपी ने संस्थान के खिलाफ सोमवार को प्रदर्शन किया और गृह राज्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा।

