अत्रि मित्रा
पश्चिम बंगाल पुलिस ने शनिवार को उत्तर 24 परगना जिले के सन्देशखली इलाके में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारियों पर हमले के संबंध में तीन एफआईआर दर्ज कीं। एजेंसी के अधिकारियों पर कथित “आपराधिक अतिक्रमण” और “एक महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे” के आरोप में मामला दर्ज किया। अधिकारियों ने बताया कि दो अन्य रिपोर्ट अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज की गई हैं। शुक्रवार को, जब टीम कथित राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में टीएमसी जिला परिषद सदस्य शाहजहां शेख के घर की तलाशी लेने गई थी, तब जांच एजेंसी के अधिकारियों पर पुरुषों और महिलाओं की भीड़ ने हमला कर दिया था।
टीएमसी नेता के केयरटेकर की शिकायत पर दर्ज हुआ मामला
पुलिस सूत्रों के अनुसार, एक एफआईआर शेख के घर के केयरटेकर की शिकायत पर दर्ज की गई है, दूसरी शुक्रवार को दायर ईडी की शिकायत के आधार पर और तीसरी स्वत: संज्ञान से दर्ज की गई है। एक सूत्र ने कहा, शिकायत में आरोप लगाया गया है कि ईडी के अधिकारियों ने बिना कोई तलाशी वारंट दिखाए और कानून का उल्लंघन करते हुए टीएमसी नेता के आवास में जबरन घुसने का प्रयास किया।
अफसरों पर महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने का भी आरोप
ईडी अधिकारियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 441 (आपराधिक अतिक्रमण), 379 (चोरी करने का इरादा) और 354 (एक महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाना) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। अधिकारियों ने कहा कि अन्य दो एफआईआर आईपीसी की धारा 147, 148, 149 (दंगा) और 353 (लोक सेवकों पर हमला) के तहत दर्ज की गईं।
न्याजत पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी सुभाशीष प्रमाणिक ने द इंडियन एक्सप्रेस को फोन पर बताया, “यह एक बहुत ही संवेदनशील मामला है। मैं एफआईआर के बारे में कुछ नहीं कह सकता। वैसे भी फिलहाल मैं थाने के बाहर हूं, इसलिए कृपया मुझे फोन न करें।”
बशीरहाट पुलिस जिले के एसपी जे थॉमस को शनिवार को की गई कॉल का कोई जवाब नहीं मिला। सूत्रों ने कहा कि हालांकि पुलिस ने शुक्रवार के हमले के सिलसिले में अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है, लेकिन तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
इस बीच, शुक्रवार के कथित हमले में घायल हुए ईडी के दो अधिकारियों अंकुर गुप्ता और सोमनाथ दत्ता को कोलकाता के अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। तीसरे अधिकारी, राजकुमार राम, जिनके सिर में चोट लगी थी और उन्हें हाई डिपेंडेंसी यूनिट (एचडीयू) में भर्ती कराया गया था, की हालत स्थिर है।
शुक्रवार को एक बयान में, ईडी ने कहा था कि उसके अधिकारियों की एक टीम सुबह सन्देशखली में शेख के घर पहुंची। घर पर ताला लगा हुआ था और किसी ने कॉल का जवाब नहीं दिया। ईडी ने आरोप लगाया कि उस समय शेख के “मोबाइल (फोन) लोकेशन से संकेत मिलता है कि वह घर के अंदर था।”