अमेरिका की तर्ज पर भारत में भी विरोध प्रदर्शन की वकालत करने वाले एम्नेस्टी इंडिया के पूर्व प्रमुख के खिलाफ कर्नाटक में केस दर्ज हुआ है। बेंगलुरु पुलिस ने पत्रकार आकार पटेल के एक ट्वीट पर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है। दरअसल, अमेरिका में एक अफ्रीकी-अमेरिकी समुदाय के युवक जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस की ज्यादती की वजह से मौत हो गई थी। इसके बाद से ही पूरे अमेरिका में अश्वेत लोगों के साथ बुरे बर्ताव के मुद्दे पर विरोध प्रदर्शनों की आग लगी है।

31 मई को पटेल ने अमेरिका के डेनवर शहर का एक वीडियो ट्वीट कर लिखा था, “हमें भी ऐसे ही प्रदर्शनों की जरूरत है। दलितों से लेकर मुस्लिम और आदिवसी। और गरीब से लेकर महिलाएं। दुनिया इस पर ध्यान देगी। विरोध प्रदर्शन भी एक कला है।”

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बेंगलुरु पुलिस ने इस ट्वीट के आधार पर ही पटेल के खिलाफ संज्ञान लेते हुए 2 जून को केस दर्ज कर लिया था। केस जेसी नगर पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर डीआर नागराज की शिकायत पर दर्ज हुआ। बताया गया है कि इंस्पेक्टर भी उसी जगह के रहने वाले हैं, जहां आकार पटेल का निवा है। आकार पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 505(1)(b), 153 और 117 के तहत दंगे भड़काने और सार्वजनिक क्षति भड़काने के लिए केस दर्ज किया है।

एम्नेस्टी इंटरनेशनल ने पटेल के समर्थन में जारी किया बयान
एम्नेस्टी इंटरनेशनल इंडिया ने आकार पटेल के समर्थन में बयान जारी करते हुए कहा कि पुलिस की एफआईआर बताती है कि देश में किस तरह मतभेद रखने का अधिकार अपराध कहा जाने लगा है। एजेंसी ने कहा कि बेंगलुरु पुलिस को अपनी ताकत का इस्तेमाल बंद करना चाहिए और आकार पटेल को डराने या उनके उत्पीड़न की कोशिश को रोकना चाहिए। उन्होंने जो भी किया अपनी अभिव्यक्ति की आजादी के तहत किया, जिसका अधिकार उन्हें संविधान ने दिया है।