नूंह हिंसा के बाद बजरंग दल और वीएचपी की रैलियों का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। याचिकाकर्ता की ओर से वरिष्ठ अधिवक्‍ता सीयू सिंह ने दिल्ली-एनसीआर में रैलियां करने पर रोक लगाने की मांग मुख्‍य न्‍यायाधीश से की। मुख्‍य न्‍यायाधीश ने कहा कि तय प्रक्रिया के मुताबिक रजिस्ट्री को ईमेल से भेजें। इसके बाद सुनवाई पर विचार किया जाएगा।

वरिष्ठ अधिवक्‍ता सीयू सिंह ने पहले जस्टिस अनिरुद्ध बोस की कोर्ट में लंबित एक रिट याचिका में इंटरलोक्युटरी एप्लीकेशन दिया था। उन्होंने कोर्ट को बताया कि नूंह हिंसा के विरोध में दिल्ली-एनसीआर में 27 जगहों पर मार्च निकालने का ऐलान किया गया है और इस पर रोक लगाने की मांग की। जस्टिस बोस ने सिंह से पुष्टि करने के लिए कहा कि क्या उनके पास आईए को सूचीबद्ध करने के लिए उल्लेख सुनने का अधिकार है। इसके बाद, सीयू सिंह प्रधान न्यायाधीश की पीठ के समक्ष उपस्थित हुए।

याचिका पर शीघ्र होगी सुनवाई

मुख्‍य न्‍यायाधीश ने कहा कि मामले को कुछ देर के लिए टाल दिया गया है। बताए गए रजिस्ट्रार द्वारा इसे जल्द सुनवाई के लिए लिस्टेड किया जाएगा। बता दें कि नूंह में हुई हिंसा के विरोध में वीएचपी और बजरंग दल ने बुधवार को दिल्ली-एनसीआर में विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया था। बजरंग दल के सदस्यों ने दिल्ली के निर्माण विहार मेट्रो स्टेशन के बाहर विरोध प्रदर्शन के साथ ही फरीदाबाद-दिल्ली बॉर्डर पर बदरपुर के पास प्रदर्शन कर रास्ता रोका। नोएडा में भी दोनों संगठन प्रदर्शन कर रहे हैं।

दिल्ली-एनसीआर में सुरक्षा व्‍यवस्‍था चाक चौबंद

हरियाणा में हुई हिंसा के मद्देनजर दिल्ली-एनसीआर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के घोंडा चौक पर विरोध प्रदर्शन किया। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई थी । VHP और बजरंग दल ने बुधवार शाम 4 बजे मानेसर के भीसम दास मंदिर में महापंचायत बुलाई है। मंगलवार की रात को गुरुग्राम में हिंसा हुई थी। गुरुग्राम पुलिस ने लोगों से आग्रह किया कि वे सोशल मीडिया पर चल रही अफवाहों पर ध्यान न दें। पुलिस ने कहा है कि किसी को मदद चाहिए या जरूरी सूचना देनी हो तो 112 नंबर पर डायल करें।