उम्मीद के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब कांग्रेस के नए अध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं। उन्होंने प्रताप सिंह बाजवा का स्थान लिया है, जिनका इस्तीफा गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने स्वीकार किया था। बाजवा के साथ कांग्रेस विधायक दल के नेता सुनील जाखड़ ने भी पद से इस्तीफा दिया था। पंजाब कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि पार्टी आलाकमान नेउन्हें इस्तीफा देने का आदेश दिया था।

कांग्रेस महासचिव जर्नादन द्विवेद्वी की ओर से शुक्रवार को जारी बयान में कहा गया कि कांग्रेस अध्यक्ष ने सांसद कैप्टन अमरिंदर सिंह को तत्काल प्रभाव से पंजाब प्रदेश कांग्रेस समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह कदम सरदार प्रताप सिंह बाजवा के पार्टी की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद उठाया गया है। पंजाब कांग्रेस के पुनर्गठन के अगले कदम के तहत वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अंबिका सोनी को 2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की प्रचार अभियान समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।

राज्य के प्रमुख ओबीसी चेहरे पूर्व मंत्री लाल सिंह प्रदेश इकाई के नए वरिष्ठ उपाध्यक्ष होंगे जबकि दलित नेता साधू सिंह धरमसोट अभियान समिति के उपाध्यक्ष बनाए गए हैं। लुधियाना के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू को अभियान समिति का संयोजक नियुक्त किया गया है। वे पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते हैं। द्विवेद्वी के बयान के अनुसार शीघ्र ही कुछ और नियुक्तियां होंगी।

बहरहाल जैसा कि पहले कयास लगाए जाते रहे, बाजवा को शायद ही अब नई टीम में अहम जगह मिल पाए। सूत्रों के अनुसार, तीन दिन पहले ही कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के बाद यह फैसला किया गया है। सूत्रों ने बताया कि अगले साल पंजाब में चुनाव होने हैं और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने हालिया पंजाब दौरे के बीच पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से कई दौरों में बातचीत की थी। राहुल ने आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी के अच्छे प्रदर्शन की संभावनाएं तलाशने के लिए दल में सांगठनिक बदलाव के संकेत भी दिए थे।

पार्टी मामलों के पंजाब प्रभारी शकील अहमद ने भी बीते दिन यह संकेत दिया था कि संगठन में बड़ा बदलाव होगा। सूत्रों का कहना है कि बाजवा और अमरिंदर सिंह की काफी समय से खटपट चल रही थी। इस तकरार को लेकर पार्टी में कलह कई बार देखने को आई। हालांकि राहुल गांधी पंजाब कांग्रेस की एकजुटता दिखाने और राज्य के कई मसलों को उठाने के लिए पिछले हफ्ते राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिले थे।

गौरतलब है कि पार्टी ने पिछले चुनाव में अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री के तौर पर पेश किया था। पर उनका तिलिस्म काम नहीं आया और अकाली दल को सत्ता मिली। इस हार पर अमरिंदर की काफी किरकिरी हुई थी। तरनतारन: प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व में बदलाव से बेफिक्र पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने शुक्रवार को यहां कहा कि कांगे्रस की कमान किसी को भी सौंपी जाए, शिरोमणि अकाली दल को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। खाादूर साहिब विधानसभा क्षेत्र में यहां संगत दर्शन कार्यक्रम के इतर मुख्यमंत्री ने कहा कि नेतृत्व परिवर्तन कांग्रेस का आंतरिक मामला है और पार्टी की कमान किसी को भी सौंपी जाए, अकाली दल को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।

अमरिंदर सिंह को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने के संबंध में उन्होंने कहा कि कैप्टन सिंह कैसे अकाली दल की उज्जवल संभावनाओं पर असर डाल सकते हैं क्योंकि अकाली दल केवल शांति, विकास और समृद्धता के मुद्दे पर अगला चुनाव लड़ रहा है। उन्होंने सवालिया अंदाज में कहा, यह आधिकारिक रूप से जाहिर है कि अमरिंदर सिंह के दो बार पीसीसी प्रमुख और एक बार मुख्यमंत्री होने के बावजूद, राज्य के विकास के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए? बादल ने कहा, हमारे लिए हर कांग्रेस अध्यक्ष एक सा है इसलिए हमें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।