उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत द्वारा महिलाओं के पहनावे को लेकर दिए गए बयान पर विवाद बढ़ता जा रहा है। देश भर में बयान की आलोचना की जा रही है। कांग्रेस नेता अभिषेक सिंघवी ने ट्वीट कर कहा कि कपड़े फटे हों तो उसकी रफू की जा सकती है,लेकिन विकृत सोच का कुछ नहीं किया जा सकता है। सांसद जया बच्चन ने कहा कि सीएम पद पर बैठे लोगों को सार्वजनिक बयान ऐसे नहीं देना चाहिए।

टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा और शिवसेना सांसद प्रियंका चुतर्वेदी ने भी तीरथ सिंह रावत के बयान की निंदा की है। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने ट्विटर पर लिखा कि उत्तराखंड के सीएम कहते हैं कि ‘जब नीचे देखा तो गम बूट थे और ऊपर देखा तो…एनजीओ चलाती हो और घुटने फटे दिखते हैं?’ सीएम साहब जब आपको देखा तो ऊपर-नीचे-आगे-पीछे हमें सिर्फ बेशर्म बेहूदा आदमी दिखता है। महुआ मोइत्रा ने आगे लिखा कि राज्य चलाते हो और दिमाग फटे दिखते हैं?

क्या कहा था तीरथ सिंह रावत ने: हाल ही में उत्तराखंड के मुख्यमत्री बने तीरथ सिंह रावत ने मंगलवार को नशीले पदार्थों के सेवन के रोकथाम पर दो दिन के कार्यशाला के उद्धाटन में कहा था कि रिप्ड जींस हमारे समाज के टूटने का मार्ग प्रशस्त कर रही है। इससे हम बच्चों को बुरे उदाहरण दे रहे हैं। जो उन्हें नशीले पदार्थों के सेवन की ओर लेकर जाते हैं। मुख्यमंत्री रावत ने इसे ‘कैंची से संस्कार’ कहा था।

रावत ने आगे कहा था कि मैं एक एनजीओ चलाने वाली महिला को रिप्ड जींस पहने देखकर चौंक गया था। उन्होंने कहा था कि अगर इस तरह की महिलाएं समाज में लोगों से मिलने समाज में लोगों की समस्याओं को सुलझाने के लिए जाएगी तो, समाज मे क्या संदेश दे रही है? ये सब घर पर शुरु होता है। जो भी हम करते हैं, हमारे बच्चे उसका ही अनुसरण करते हैं।

गौरतलब है कि हाल ही में उत्तराखंड में बीजेपी ने त्रिवेंद सिंह रावत की जगह पर तीरथ सिंह रावत को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया है। तीरथ सिंह रावत संघ के करीबी माने जाते हैं। उन्होंने वर्षो आरएसएस और उससे जु़ड़े संगठनों में काम किया है।