केंद्र सरकार की बहुप्रतीक्षित विस्तार के बाद गुरुवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की वर्चुअल फॉर्मेट में हुई पहली बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। इसकी अध्यक्षता पीएम मोदी ने की। बाद में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने जानकारी दी कि कोविड की दूसरी लहर में आई समस्याओं से निपटने के लिए 23,000 करोड़ रुपये का पैकेज दिया जाएगा। इसका उपयोग केंद्र और राज्य सरकारें संयुक्त रूप से करेंगी। दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि सरकार मंडियों का सशक्तीकरण करेगी। इसके तहत एक लाख करोड़ रुपए मंडी के जरिए किसानों तक पहुंचाए जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा “कृषि बुनियादी ढांचा कोष” के अंतर्गत वित्तपोषण सुविधा का केंद्रीय क्षेत्र योजना में संशोधन किए जाने संबंधी फैसलों को किसानों के हित में महत्वपूर्ण बताया और कहा कि इससे मंडियां सशक्त होंगी। मोदी ने ट्वीट कर कहा, “आज कैबिनेट की बैठक में कृषि और किसानों के कल्याण को लेकर महत्वपूर्ण फैसले किए गए हैं। मंडियों को सशक्त करने के लिए कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड के उपयोग के साथ-साथ लोन पर ब्याज में छूट की व्यवस्था भी की गई है।” केंद्रीय मंत्रिमंडल के फैसलों की जानकारी देते हुए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कृषि उपज मंडी समितियां (एपीएमसी) अब बाजार क्षमता के विस्तार और किसानों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिये एक लाख करोड़ रुपये के कृषि बुनियादी ढांचा कोष से वित्तीय सुविधाएं लेने के लिये पात्र होंगी।
तोमर ने यह भी कहा कि इस निर्णय से एपीएमसी और मजबूत होंगी। मंत्रिमडल की बैठक में केंद्रीय योजना में संशोधनों को मंजूरी दी गयी। केंद्रीय मंत्रिपरिषद में बड़े फेरबदल के एक दिन बाद बृहस्पतिवार को अश्विनी वैष्णव, अनुराग ठाकुर और मनसुख मंडाविया सहित नव नियुक्त मंत्रियों ने अपने-अपने मंत्रालय का प्रभार संभाल लिया।
नौकरशाह और उद्यमी रहे 51 वर्षीय वैष्णव ने सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के साथ-साथ रेलवे का भी प्रभार संभाला है। वहीं, कैबिनेट मंत्री के पद पर पदोन्नत किये गये अनुराग ठाकुर ने भी सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का प्रभार संभाल लिया।