दिल्ली पुलिस ने असम को भारत से अलग करने की कथित रूप से वकालत करने वाले शरजील इमाम के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि वह शाहीन बाग में आयोजित विरोध प्रदर्शन के आयोजकों में से एक है। इससे पहले असम पुलिस ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के छात्र शारजील इमाम के खिलाफ “राष्ट्रविरोधी” टिप्पणी करने को लेकर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया है।

वहीं, शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों ने शरजील इमाम की टिप्पणियों से दूरी बना ली है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि “किसी एक व्यक्ति” को आंदोलन का आयोजक नहीं कहा जा सकता।विरोध का नेतृत्व शाहीन बाग की महिलाओं ने किया है और उनकी आवाज़ को किसी भी विकृत मीडिया कथा के साथ जोड़ना अनुचित है।

खबरों के मुताबिक एएमयू में गत 16 जनवरी को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता पंजी के विरोध में आयोजित रैली के दौरान दिये गये इस भाषण के वीडियो की जांच में पाया गया है कि शरजील ने कुछ भड़काऊ बातें कहीं, जो राष्ट्रद्रोह की श्रेणी में आती हैं। उन्होंने बताया कि इस मामले में शरजील के खिलाफ देशद्रोह के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिये दिल्ली रवाना हो गयी है।

एएमयू के प्रवक्ता प्रोफेसर शाफे किदवाई ने कहा कि वीडियो में की गयी कुछ टिप्पणियां बेहद आपत्तिजनक हैं और विश्वविद्यालय प्रशासन इस मामले को बहुत गम्भीरता से ले रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी किसी भी हरकत को कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

हमने अपने सुरक्षा स्टाफ को भी सचेत किया है कि वह बाहर से आने वाले लोगों को लेकर अतिरिक्त सावधानी बरते, क्योंकि वे एएमयू परिसर में घुसकर माहौल खराब कर सकते हैं। छात्रों से भी कहा गया है कि वे ऐसे किसी भी तत्व से परहेज करें।’’

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(भाषा इनपुट्स के साथ)