नागरिकता विवाद पर शुक्रवार को एक टीवी डिबेट में BJP प्रवक्ता संबित पात्रा ने शाहीन बाग इलाके को लेकर एक कविता सुनाई। दोस्त द्वारा भेजी गई पोएम में उन्होंने इस इलाके में महीने भर से हो रहे धरना प्रदर्शन पर निशाना साधा। पात्रा ने इसी के हवाले से दावा किया कि शाहीन बाग एक फिलॉसफी है। ये सोच बनती जा रही है। यह अमन-चैन को डंसने वाले जहरीला नाग और भारत माता के माथे पर लगा एक बदनुमा दाग है।
बीजेपी प्रवक्ता के यह कहने के बाद मुस्लिम पैनलिस्ट और राजनीतिक विश्लेषक सलमान निजामी ने उन पर पलटवार किया और कहा कि लगता है कि संबित भाई ने आज पोहा ज्यादा खा लिया है, क्योंकि आज लोगों को पोहा से बहुत अलर्जी हो गई है। आप टुकड़े-टुकड़े गैंग किसे कह रहे हैं? आप कहते हैं कि मुसलमानों के पक्ष में तीन तलाक बिल लाए। और, अब आप 80 साल की बुजुर्ग महिला, जो ठंड में रात-रात भर बैठ रही है…अब आप उसी को टुकड़े-टुकड़े गैंग की सदस्य बता रहे हैं, कैसे…?
यह पूरा मामला हिंदी चैनल Aaj Tak से जुड़ा है। दंगल नाम के डिेबेट शो में एंकर रोहित सरदाना नागरिकता विवाद से जुड़ी बहस का संचालन कर रहे थे। बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय के बयान ‘पोहा खाने से मैं समझ गया कि वे लोग बांग्लादेशी हैं’ समेत अन्य घटनाक्रमों को लेकर बात हो रही थी। एंकर ने तभी पात्रा को बोलने का मौका दिया, तो उन्होंने कविता से अपनी बात की शुरुआत की थी।
देखें, डिबेट के दौरान कविता में पात्रा ने और क्या-क्या सुनायाः
निजामी ने आगे दावा किया शाहीन बाग प्रदर्शन की कॉर्डिनेटर हिंदू है। ये लोग (बीजेपी वाले) जानकर इसे हिंदू-मुस्लिम मुद्दा बना रहे हैं। यह इनका एजेंडा है। आपको शाहीन बाग से इतनी अलर्जी क्यों है? वहां महिलाएं दुप्पटा लेकर खड़ी हैं, इसलिए? आप तो कहते थे कि मुस्लिम महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहा है। बीजेपी उनके लिए काम करेगी, पर आप ही लोग उन्हें ढेरों प्लैटफॉर्म्स पर बदनाम कर रहे हैं, ये आपको शोभा नहीं देता है।
