CAA Protest Shaheen Bagh: गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली के शाहीन बाग में धरने पर बैठी महिलाओं और प्रदर्शनकारियों ने रैली निकाली और तिरंगा फहराया। काफी संख्या में लोग इसमें मौजूद हुए। इस रैली की तस्वीरें शेयर कर लोग शाहीन बाग प्रदर्शन को प्रायोजित कहने वालों को जवाब दे रहे हैं। लोग कह रहे हैं, ‘कर लीजिए 500 रुपये देने की कोशिश।’

सोशल मीडिया यूजर सानिया अहमद ने दो तस्वीरें शेयर की है। तस्वीरों में काफी संख्या में लोग दिख रहे हैं और उनके हाथों में झंडे हैं। सानिया ने लिखा, “शाहीन बाग में हर किसी को 500 रुपये देने की कोशिश करें।” स्वतंत्र पत्रकार स्मिता शर्मा ने इन तस्वीरों को शेयर करते हुए लिखा, “वाह! यदि अन्ना आंदोलन के एक क्रांति थी, तो आप इसे कब तक एक साजिश के रूप में बताएंगे? गणतंत्र दिवस के अवसर पर शाहीन बाग से दमदार तस्वीरें।”

योगेश मसूरकर @yamasurkar ने लिखा, “अन्ना आनंदोलन को उस समय की मेनस्ट्रीम मीडिया से समर्थन मिला। दुर्भाग्य से आज मीडिया को ‘वेल मैनेज्ड’ कर लिया गया है इसलिए शाहीनबाग प्रोटेस्ट को ऐसा प्राइम टाइम नहीं मिल रहा है।” पदमान @CSPadmanabhan7 ने लिखा, “मैं प्रार्थना करता हूं कि हमारे लोगों में आंदोलन को उस समय तक बनाए रखने के लिए पर्याप्त शक्ति मिले जब तक कि सुप्रीम कोर्ट ने सीएए को हटाने का फैसला न ले ले।”

दरअसल शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन को लेकर बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने एक वीडियो शेयर किया था और इसके माध्यम से दावा किया था कि महिलाओं को प्रदर्शन के लिए 500 रुपये प्रतिदिन दिए जा रहे हैं। इस आरोप के बाद प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने अमित मालवीय के खिलाफ मानहानी का नोटिस भेजा है। नोटिस में कहा गया कि ऐसे झूठे आरोप लगाकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समुदाय में प्रदर्शनकारियों को बदनाम किया जा रहा है।

संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और देश में प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ एक महीने से ज्यादा वक्त से प्रदर्शनकारी दक्षिण दिल्ली के शाहीनबाग में धरने पर बैठे हुए हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक सरकार सीएए और एनआरसी को खत्म करने का फैसला नहीं करती है, तब तक वे अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे।