मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने घोषणा की है कि उन्होंने कुकी विधायकों को 31 जुलाई से शुरू होने वाले राज्य विधानसभा सत्र में भाग लेने के लिए इनवाइट किया है। मुख्यमंत्री मणिपुर से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी करने वाले हैं।

मणिपुर में शुरू हुई जातीय हिंसा ने कम से कम 220 लोगों की जान ले ली है और 50,000 से अधिक लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार मणिपुर के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरते रहे हैं।

मणिपुर के मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी हिंसक घटनाओं की निंदा की जानी चाहिए और उन्हें रोकने के लिए प्रयास किए जाने चाहिए।

मुख्यमंत्री बीरेन सिंह नीति आयोग की बैठक में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली पहुंचे हैं। इस बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री मोदी करेंगे। इस बैठक के बीच वह पीएम मुलाकात कर मणिपुर में हालात को बेहतर बनाने के लिए किए जा रहे उपायों पर बातचीत करेंगे।

क्या बोले एन बीरेन सिंह?

एन बीरेन सिंह ने कुकी-ज़ो विधायकों की विधानसभा में भागीदारी के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “मैंने उन्हें व्यक्तिगत रूप से भी आमंत्रित किया है। सदन (विधानसभा) भी उन्हें आमंत्रित कर रहा है। उन्हें सदन में आना चाहिए और सत्र में भाग लेना चाहिए। यदि वे मेरी सहायता और सहयोग चाहते हैं तो हम सदन में उनकी उपस्थिति की सुविधा प्रदान करेंगे।”

इसके अलावा बीरेन सिंह ने कहा कि न्होंने कहा, ‘राज्य में धीरे-धीरे शांति लौट रही है और हमें इसे बनाए रखने के लिए सामूहिक रूप से प्रयास करना चाहिए। हमें हिंसा के कृत्यों की निंदा करनी चाहिए और उन्हें रोकने के लिए सक्रिय रूप से काम करना चाहिए।” सीधे तौर पर कांग्रेस का नाम लिए बिना सिंह ने कहा, ‘केंद्र सरकार ने शुरू से ही राहत प्रयासों का लगातार समर्थन किया है, भले ही संसद में राज्य का उल्लेख किया गया हो या नहीं। हमें तुच्छ राजनीति में शामिल होने से बचना चाहिए।