केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने लोकसभा में कहा कि सरकार कृषि कानूनों के मुद्दे पर कोई भी समाधान करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि विपक्ष नारेबाजी कर वक्त बर्बाद न करे। हम चर्चा के लिए तैयार हैं। तोमर ने कहा कि सरकार किसानों से जुड़े मुद्दों पर संसद के अंदर और बाहर चर्चा करने को तैयार है। हालांकि इसके बाद भी जारी रहे हंगामे को देखते हुए सदन की कार्यवाही शाम 7 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
मालूम हो कि मंगलवार को संसद के दोनों ही सदनों में विपक्ष ने जबरदस्त हंगामा किया। जिसके बाद कई बार सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। बता दें कि आज विपक्ष के नेताओं ने राज्यसभा में किसानों के आंदोलन के मद्देनजर सदन की कार्यवाही स्थगित करने को नोटिस दिया था। बाद में विपक्ष ने सदन से वॉक आउट भी किया।
RJD के सांसद मनोज झा ने किसानों के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर आज राज्यसभा में नियम 267 के तहत सदन की कार्यवाही स्थगित के लिए नोटिस दिया था। टीएमसी के सांसद सुखेंदु शेखर रे और डीएमके के सांसद तिरूचि शिवा ने भी नोटिस दिया था। इसके अलावा माकपा ने भी नोटिस दिया था।
मामले में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में किसानों के आंदोलन का जिक्र किया था। मैं आज से चर्चा शुरू करना चाहता था लेकिन मुझे बताया गया कि चर्चा सबसे पहले लोकसभा में शुरू होगी। इस बात को ध्यान में रखते हुए हम कल राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा करने के लिए सहमत हुए हैं। इससे पहले भी कृषि कानूनों पर सदन में चर्चा हुई थी। यह गलत धारणा बन रही है कि कोई चर्चा नहीं हुई। मतदान के संबंध में, लोगों के अपने तर्क हो सकते हैं लेकिन हर पार्टी ने हिस्सा लिया था और सुझाव दिए थे।
वहीं, आज किसान नेता राकेश टिकैत से शिवसेना सांसद अरविंद सावंत और संजय राउत ने मुलाकात की। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि इसमें कोई समस्या नहीं है कि विपक्षी नेता आकर हमसे मुलाकात करें और हमारा समर्थन करें। पर इसका राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। अगर नेता आते हैं तो हम कुछ नहीं कर सकते हैं।
सांसद संजय राउत ने मीडिया को बताया, ”हमने टिकैत साहब और किसानों के प्रति एकजुटता दिखाई। सरकार को किसानों से सही तरीक से बातचीत करनी चााहिए। अहंकार से आप देश नहीं चला सकते हैं।”