वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को लोकसभा में 2024-25 के लिए केंद्रीय बजट पेश किया। मोदी सरकार के बजट से बीजेपी के दो महत्वपूर्ण सहयोगी दल बहुत खुश हैं। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और टीडीपी चीफ चंद्रबाबू नायडू ने बजट की सराहना की है तो वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कहा कि NDA सरकार में ही बिहार का विकास होगा।

चंद्रबाबू नायडू ने बजट की सराहना की

चंद्रबाबू नायडू ने वित्तीय वर्ष 2024 के केंद्रीय बजट में आंध्र प्रदेश की जरूरतों को संबोधित करने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह समर्थन आंध्र प्रदेश के पुनर्निर्माण में काफी मदद करेगा। चंद्रबाबू नायडू ने आंध्र प्रदेश में महत्वपूर्ण परियोजनाओं और क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए बजट की सराहना की।

टीडीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने कहा, “आंध्र प्रदेश के लोगों की ओर से मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और माननीय केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी को हमारे राज्य की जरूरतों को पहचानने और एक राजधानी, पोलावरम, औद्योगिक पर ध्यान केंद्रित करने के लिए धन्यवाद देता हूं। वित्त वर्ष 24-25 के केंद्रीय बजट में आंध्र प्रदेश में पिछड़े क्षेत्रों का विकास होगा। केंद्र का यह समर्थन आंध्र प्रदेश के पुनर्निर्माण की दिशा में एक लंबा रास्ता तय करेगा। मैं इस प्रगतिशील और आत्मविश्वास बढ़ाने वाले बजट की प्रस्तुति के लिए आपको बधाई देता हूं।”

Budget 2024: रोजगार से जुड़ी 3 योजनाओं का वित्त मंत्री सीतारमण ने किया ऐलान, जानिए पूरी डिटेल

वहीं बजट पर नीतीश कुमार ने भी बड़ी बात कही। नीतीश कुमार ने कहा कि मैं हमेशा से विशेष राज्य की बात करता रहा हूं और मैंने इसके संबंध में एनडीए के नेताओं से भी बात की है। नीतीश कुमार ने कहा, “मैंने पहले ही कहा था या तो हमें स्पेशल स्टेटस दे दे, या फिर स्पेशल पैकेज दें। इसी के संबंध में उन्होंने कई घोषणाएं की है।”

नीतीश कुमार ने कही बड़ी बात

विपक्ष पर निशाना साधते हुए नीतीश कुमार ने कहा, “कई लोग विशेष राज्य की मांग कर रहे हैं लेकिन जब वह सत्ता में थे तब क्यों नहीं ले लिया? हम लोग बिहार में बहुत काम कर रहे हैं। पहले पटना में कोई शाम को निकल नहीं पता था लेकिन अब स्थिति बदल गई है। अगर हमें विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलता है, तो कम से कम मदद की दरकार है, जो हमें मिल रही है। कम से कम अब तो मदद मिलना शुरू हुई है।”