वित्त वर्ष 2022- 23 के लिए केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कई राहत भरी बातें कहीं। उन्होंने किसानों को तकनीकी की सौगात देते हुए किसानों को डिजिटल और हाई-टेक सेवाएं मुहैया कराने के लिए किसान ड्रोन का जिक्र किया।
निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को बजट भाषण के दौरान ये घोषणा करते हुए कहा कि किसानों को आधुनिकरण से जोड़ने के लिए यह तकनीक मदद करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार फसल मूल्यांकन, भूमि अभिलेखों के डिजिटलीकरण और कीटनाशकों के छिड़काव के लिए ‘किसान ड्रोन’ के उपयोग को बढ़ावा देगी। आइए जानते हैं क्या है यह तकनीक और और कैसे किसानों की करेगी मदद।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मंगलवार को पेश हुए आम बजट में किसानों के लिए कई ऐलान किए। उन्होंने कहा कि एमएसपी पर रिकॉर्ड खरीददारी की जाएगी हुए साल 2023 को मोटा अनाज वर्ष घोषित किया जाएगा। इसके अलावा आर्गेनिक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। साथ ही डिजिटल सुविधा मिलेगी। साथ सिंचाई, पेयजल सुविधाएं बढ़ाने पर भी जोर दिया जाएगा। इसके साथ ही रेलवे छोटे किसानों और उद्यमों के लिए कुशल लॉजिस्टिक्स विकसित करेगा। किसानों की आय बढ़ाने के लिए पीपीपी मोड में योजना शुरू की जाएगी।
ड्रोन तकनीक खेती के लिए कैसे किसानों की करेगी मदद
ड्रोन तकनीक से खेती को किसानों को मदद मिलेगी। मानव रहित विमान में एक टैंक होगा, जिसमें 10 लीटर तक की क्षमता दी जाएगी। इससे किसान दूर से अपने खेत में कीटनाशक का छिड़काव कर सकेंगे। 15 मिनट में करीब एक एकड़ क्षेत्रफल में अच्छी तरह से छिड़काव किया जा सकता है। इससे किसानों के समय की बचत के साथ मजदूरी की बचत हो सकती है।
किसानों को मिलेगा अनुदान
कृषि विभाग और कृषि मंत्रालय के हालिया बयान के अनुसार, इस तकनीक पर बड़े स्तर पर प्रदर्शन करने के लिए तैयारी की जा रही है। इस तकनीक से किसानों को जागरुक भी किया जाएगा। यह करीब 10 लाख रुपये के बजट में आता है, लेकिन कृषि विभाग की ओर से इसपर छूट दी जाएगी। इसके तहत 75 प्रतिशत तक अनुदान प्राप्त किया जा सकेगा। अनुदान मिलने से किसानों के बीच इसे लेकर खरीदारी तेज होगी।