बीते दिनों केन्द्र सरकार ने गांधी परिवार को मिला हुआ एसपीजी कवर (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) हटाने का फैसला किया था। इसे लेकर कांग्रेस में नाराजगी है। मंगलवार को भी कांग्रेस सांसदों ने गांधी परिवार के लिए एसपीजी कवर को बहाल करने की मांग की। इस दौरान बसपा सांसद सतीश चंद्र ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला और कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने जब उनकी पार्टी के 6 विधायकों को अपने साथ मिलाया था, तब कांग्रेस ने भी बसपा नेताओं को दी सुरक्षा हटा ली थी।
सतीश चंद्र ने कहा कि “यह तो ऐसा ही है, जब आप करें तो रासलीला है, कोई और करे तो कैरेक्टर ढीला है।” बसपा सांसद ने कहा कि ‘उनकी पार्टी का मानना है कि सुरक्षा खतरे का विश्लेषण करने के बाद दी जानी चाहिए। जब एसपीजी सुरक्षा 5 साल के लिए पीएम के लिए रिजर्व है, तो इस बात का आकलन जरुरी है कि किसी नेता को सुरक्षा की कितनी जरुरत है और यह उसे कैसे दी जाए।’
बता दें कि बीते सितंबर में राजस्थान में बसपा के 6 विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इसके बाद कांग्रेस ने बसपा नेताओं को दी सुरक्षा भी वापस ले ली थी। सतीश मिश्रा ने बताया कि जब उनकी पार्टी के नेताओं ने राजस्थान जाने की कोशिश की तो उन्हें सुरक्षा के खतरे के चलते आने से मना कर दिया गया।
उल्लेखनीय है कि बीते दिनों कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के आवास में कुछ लोग कार से पहुंच गए थे और उनके साथ फोटो की मांग की। इसे कांग्रेस ने सुरक्षा में बड़ी चूक बताते हुए गांधी परिवार को एसपीजी कवर बहाल करने की मांग की है। वहीं एसपीजी संशोधन विधेयक आज राज्यसभा में भी पास हो गया। लोकसभा में यह पहले ही पास हो चुका है।
केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सदन में बताया कि एसपीजी विधेयक गांधी परिवार को ध्यान में रखकर नहीं लाया गया है। शाह ने कहा कि यदि पीएम मोदी भी पांच साल बाद सत्ता में नहीं आते हैं तो उनका भी एसपीजी कवर हटा लिया जाएगा। अमित शाह ने यह कहकर कांग्रेस पर निशाना साधा कि जब पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और गैर-कांग्रेसी परिवार को मिला एसपीजी कवर हटाया गया, तब कांग्रेस पार्टी क्यों चुप थी?