Uttar Pradesh, Unnao Case, BSP Mayawati- CM Yogi: बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार (8 दिसंबर) को केंद्र की मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को कोरी बयानबाजी के बजाय व्यापक जनहित और देशहित के मुद्दों पर गंभीरता से काम करने की सलाह देते हुए कहा कि जनता अब सिर्फ ठोस कार्रवाई और नतीजे ही देखना चाहती है। इस दौरान उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया। इसके पहले मायावती उन्नाव कांड के मुद्दे पर राज्यपाल से मिलीं थी।

क्या बोलीं मायावती: बसपा प्रमुख ने पार्टी की यूपी इकाई के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकारों के कोरे दावे बहुत हो चुके हैं और अब उन्हें गरीबी, बेरोज़गारी, महंगाई, महिला असुरक्षा तथा बदतर कानून-व्यवस्था जैसे व्यापक जनहित और देशहित के मुद्दों पर मिलकर पूरी गंभीरता से काम करने की ज़रूरत है। अब जनता इन सब मामलो में केवल ठोस कार्रवाई और बेहतर परिणाम ही देखना चाहती है।

यूपी सरकार पर साधा निशाना: मायावती ने यूपी सहित पूरे देश में महिलाओं पर अत्याचार की लगातार बढ़ रही वारदात, खासकर दुष्कर्म , हत्या तथा महिलाओं को जलाकर मार डालने की प्रवृति को लेकर खासी चिन्ता व्यक्त की। इस बैठक में पिछली बार दिये गये कार्यों की जिलावार गहन समीक्षा की गई तथा कमियों को दूर करके आगे बढ़ने के लिए भी जरूरी निर्देश दिये गये। मायावती ने गत दिसम्बर को बाबा साहब भीमराव आम्बेडकर की पुण्यतिथि पर पार्टी द्वारा यहां प्रदेश में भी आयोजित किये गये कार्यक्रमों में जनभागीदारी सम्बन्धी मण्डलवार रिपोर्ट ली। उन्होंने उन्नाव कांड पीड़िता के मुद्दे पर भी योगी सरकार को आड़े हाथ लिया।

बसपा की बनेगी सरकार: बसपा चीफ ने कहा कि आम्बेडकर का मानना था कि केन्द्र तथा राज्यों में सत्ता हासिल किये बिना उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में सर्वसमाज में से खासकर दलितों, आदिवासियों, अन्य पिछड़े वर्गों, मुस्लिम और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों एवं अन्य उपेक्षित वर्गों के लोगों का भला नहीं हो सकता है। इसके लिए इन वर्गों को बसपा के बैनर तले संगठित होकर केन्द्र तथा राज्यों की सत्ता अपने हाथों में ही लेनी होगी।