पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के रहने वाले बीएसएफ जवान पूर्णम साहू गलती से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर पाकिस्तान पहुंच गए और वहां के रेंजर्स ने उन्हें हिरासत में ले लिया। उनका परिवार गहरे तनाव में है। अब उनकी पत्नी रजनी अपने पति को वापस लाने के लिए पंजाब के फिरोजपुर जा रही हैं। सोमवार सुबह रजनी अपने बेटे और तीन अन्य परिजनों के साथ कोलकाता से चंडीगढ़ के लिए फ्लाइट से रवाना हुईं। वहां से वह फिरोजपुर पहुंचेंगी।

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रजनी ने कहा कि बीएसएफ अधिकारियों से बातचीत के बाद भी उन्हें कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है। सिर्फ यही कहा जा रहा है कि चिंता न करें। रजनी ने कहा, “मैं बेहद तनाव में हूं। इतने दिनों से कोई ठोस खबर न मिलने के कारण मेरा दिल बेचैन है। गर्भवती होने के बावजूद मैंने यह सफर तय करने का फैसला किया है।” उन्होंने साफ किया कि अगर फिरोजपुर में भी संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो वह दिल्ली जाकर गृह मंत्रालय के अधिकारियों से मिलेंगी।

पूर्णम साहू फिरोजपुर में बीएसएफ की 182वीं बटालियन में तैनात थे। घटना उस समय हुई जब वे किसानों के एक समूह के साथ गश्त कर रहे थे। इस दौरान वे एक पेड़ के नीचे आराम करने गए और अनजाने में पाकिस्तानी सीमा में प्रवेश कर बैठे। पाकिस्तान रेंजर्स ने तुरंत उन्हें पकड़ लिया।

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बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि भारतीय और पाकिस्तानी सीमा बलों के बीच फ्लैग मीटिंग भी हो चुकी है, लेकिन साहू की रिहाई को लेकर अभी तक परिवार को कोई जानकारी नहीं दी गई है।

साहू के माता-पिता भी बेहद चिंतित हैं। उनकी मां ने कहा, “मैं बस अपने बेटे की सुरक्षित वापसी की दुआ कर रही हूं और सरकार से गुहार लगाती हूं कि उसे जल्द घर लाया जाए।” परिवार की उम्मीदें अब भारत सरकार और बीएसएफ के प्रयासों पर टिकी हैं। पूरा परिवार बेसब्री से साहू के लौटने का इंतजार कर रहा है।

रजनी ने बताया कि शुरुआत में वह ट्रेन से अमृतसर मेल के जरिए फिरोजपुर जाने वाली थीं, लेकिन टिकट न मिलने के कारण उन्हें उड़ान से चंडीगढ़ जाना पड़ा। वहां से फिर सड़क के रास्ते फिरोजपुर पहुंचने की योजना है। (Input PTI)