ब्रिटेन की राजदूत जेने मैरियट ने कुछ दिन पहले पाक अधिकृत कश्मीर का दौरा किया था। उस दौरे के बाद से भारत नाराज है और अब विदेश मंत्रालय की तरफ से एक बयान भी दिया गया है। जोर देकर कहा गया है कि भारत के लिए उसकी संप्रभुता जरूरी है और उसका उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

एक जारी बयान में विदेश मंत्रालय ने कहा कि अगर किसी के द्वारा भी भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन किया जाएगा, तो उसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता। हमारी तरफ से भारत में स्थित ब्रिटिश उच्चायुक्त के समक्ष विरोध दर्ज करवा दिया गया है। वहीं इसी दौरे को लेकर मैरियट ने दो टूक कहा है कि मीरपुर में 70 फीसदी के करीब ब्रिटिश पाकिस्तानी हैं, ऐसे में उनके हितों के लिए काम करना उनकी जिम्मेदारी है।

वैसे ये कोई पहली बार नहीं है जब पीओके जाने को लेकर विवाद खड़ा हुआ हो। इससे पहले भी कई विदेशी डिलीगेट उस क्षेत्र का दौरा कर चुके हैं। भारत का स्टैंड एकदम स्पष्ट है, पाक अधिकृत कश्मीर भारत का अहम हिस्सा है, ऐसे में वहां पर किसी का भी इस तरह से जाना संप्रभुता का उल्लंघन है। वैसे पीओके के लोगों के ही कई ऐसे वीडियो भी सामने आ जाते हैं जहां वे खुद ही पाकिस्तान से आजाद होने की बात करते हैं।

कुछ महीनों पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो कश्मीरी एक्टिविस्ट शब्बीर चौधरी द्वारा शेयर किया गया था। वीडियो में उनकी तरफ से पीओके में रह रहे लोगों की परेशानी के बारे में विस्तार से बताया गया । खुद वो लोग भी मांग कर रहे थे कि उन्हें पाकिस्तान से मुक्त करवा दिया जाए। अब बड़ी बात ये थी कि मदद भी उनकी तरफ से सीधे-सीधे पीएम मोदी से मांगी जा रही थी। ऐसे कई और वीडियो समय-समय पर वहां से वायरल होते रहते हैं।