मंगलवार 18 जुलाई का दिन देश की सियासत के लिए एक अहम दिन रहा। जहां एक तरफ बेंगलुरु में 26 विपक्षी दल अपनी एकता दिखा रहे थे वहीं दिल्ली में भाजपा और उसके समर्थक दलों ने पीएम मोदी की मौजूदगी बैठक की।

विपक्षी दलों ने इस महागठबंधन को INDIA नाम दिया है। अब इस पर अलग-अलग तरह की सियासी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस ने इस देश को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बना दिया है। 

‘इंदिरा मतलब इंडिया, इंडिया मतलब इंदिरा’

उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कांग्रेस पर सियासी हमला बोलते हुए कहा कि राहुल गांधी उस परिवार से हैं जिसने देश को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनाया है। उनके पूर्वजों ने कहा था ‘इंडिया इज इंदिरा’ और ‘इंदिरा इज इंडिया’. देश की जनता उन्हें माफ नहीं करेगी।” डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने समाजवादी पार्टी पर भी निशाना साधा, उन्होने कहा कि 2014, 2017, 2019, 2022 में हार गई थी और 2024 में भी हारेगी।

‘गठबंधन का नया नाम गुलामी का प्रतीक’

विपक्षी दलों के नाम पर भाजपा ने निशाना साधते हुए इसे गुलामी का प्रतीक बताया है। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने मंगलवार को विपक्षी गठबंधन के नए नाम पर हमला बोला। उन्होंने ट्वीट किया कि हमारा सभ्यतागत संघर्ष इंडिया और भारत के इर्द-गिर्द केंद्रित है।

अंग्रेजों ने हमारा नाम इंडिया रखा और कांग्रेस ने इसे सही मान लिया। हमें खुद को इस औपनिवेशिक विरासत से मुक्त कराना होगा। हमारे पूर्वज भारत के लिए लड़े और हम भारत के लिए काम करते रहेंगे।

उन्होंने आगे लिखा… इंडिया के लिए कांग्रेस और भारत के लिए मोदी। उधर कांग्रेस ने भी जवाबी हमला किया है।  कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने लिखा कि भारतीय संविधान का अनुच्छेद 1… इंडिया, यानी भारत, राज्यों का एक संघ होगा। यहां जयराम ने भारत और इंडिया को एक बताया। वहीं, पटना में भाजपा नेता सुशील मोदी ने भी विपक्ष के संयुक्त गठबंधन के नए नाम पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि नाम बदलने से कुछ नहीं होता है। नाम बदलने से चेहरा नहीं बदलता।