Brahmos Missile: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा है कि आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट कर दिया है कि यह नया भारत है जो आतंकवाद के खिलाफ सरहद के इस पार और उस पार दोनों तरफ प्रभावी कारवाई करेगा। राजनाथ सिंह लखनऊ में ब्रह्मोस एयरोस्पेस इंटीग्रेशन एंड टेस्टिंग फैसिलिटी के उद्घाटन समारोह में आयोजित कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।

साल 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में जिस डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का ऐलान किया था, ब्रह्मोस मिसाइल बनाने वाली यह यूनिट इसी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का हिस्सा है। इस यूनिट की नींव 2021 में रखी गई थी।

कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, “भारतीय सेनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर को पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ढांचा ढहाने के उद्देश्य से लांच किया था। हमने उनके आम नागरिकों को कभी निशाना नहीं बनाया था। मगर पाकिस्तान ने न केवल भारत के नागरिक इलाकों को निशाना बनाया बल्कि मंदिर, गुरुद्वारा और गिरिजाघर पर भी हमले करने का प्रयास किया।”

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ऑपरेशन सिंदूर संकल्प शक्ति का प्रदर्शन

राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ़ एक सैन्य कार्रवाई भर नहीं है बल्कि भारत की राजनीतिक, सामाजिक और सामरिक इच्छाशक्ति का प्रतीक है। रक्षा मंत्री ने कहा, “यह ऑपरेशन आतंकवाद के ख़िलाफ़ भारत की दृढ़ इच्छा शक्ति का और सैन्य शक्ति की क्षमता और संकल्प शक्ति का भी प्रदर्शन है। हमने दिखाया है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ जब भी कोई कार्रवाई करेगा तो आतंकवादियों और उनके आकाओं के लिए सरहद पार की जमीन भी सुरक्षित नहीं रहेगी।”

पाकिस्तान के भीतर घुस कर की मल्टीपल स्ट्राइक

उन्होंने आगे कहा, “भारत में आतंकवादी घटनाएं करने और कराने का क्या अंजाम होता है, यह पूरे विश्व ने उरी की घटना के बाद देखा जब हमारी सेना ने पाकिस्तान में घुस कर सर्जिकल स्ट्राइक की, पुलवामा के बाद देखा जब बालाकोट पर एयर स्ट्राइक की गईं और अब पहलगाम की घटना के बाद दुनिया देख रही है जब भारत ने पाकिस्तान के भीतर घुस कर मल्टीपल स्ट्राइक्स की हैं।”

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रक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय सेना ने शौर्य और पराक्रम के साथ-साथ संयम का भी परिचय देते हुए पाकिस्तान के अनेक सैन्य ठिकानों पर प्रहार करके करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि हमने केवल सीमा से सटे सैन्य ठिकानों पर ही नहीं कार्रवाई की बल्कि भारत की सेनाओं की धमक उस रावलपिंडी तक सुनी गई जहां पाकिस्तानी फौज का हेडक्वार्टर मौजूद है।

रोजगार के मौके पैदा होंगे- राजनाथ

रक्षा मंत्री ने कहा कि ब्रह्मोस, भारत और रूस के highest defence technology का एक संगम है। जिस तरह हमारा उत्तर प्रदेश, प्रयाग स्थित संगम के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। उसी तरह आने वाले समय में, लखनऊ भी इस technology के संगम के लिए जाना जाएगा। यह संगम कई अनेक विशेषताओं को अपने अंदर समाहित करता है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में यह रोजगार के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष अवसर पैदा करेगा।

रक्षा मंत्री ने कहा, “हमारा सपना है कि उत्तर प्रदेश, दुनिया के टॉप डिफेंस प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट डेस्टिनेशन के रूप में जाना जाय। उन्होंने कहा कि आज जो ब्रह्मोस यूनिट शुरू हो रही है, मैं समझता हूं, वह UP डिफेंस कॉरिडोर का गौरव होगा । यह सिर्फ उत्तर प्रदेश का ही नहीं, बल्कि देश का सबसे बड़ा ब्रह्मोस integration and testing facility centre है। यह रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता के प्रयास को भी, मजबूती प्रदान करेगा।

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