कृषि कानून पर किसान संगठनों और केंद्र सरकार के बीच विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। इस बीच तेज होते किसान आंदोलन को लेकर सोशल मीडिया पर कई लोगों ने हमले किए हैं। जहां राजनीतिक दलों के नेताओं ने इसमें खालिस्तान समर्थकों के शामिल होने का आरोप लगाया है, वहीं कुछ अन्य लोगों ने आंदोलन के पीछे पाकिस्तान का हाथ होने के भी दावे किए हैं। अब कृषि कानूनों पर सरकार और किसानों के बीच समझौता न हो पाने की स्थिति में मेडल लौटाने की धमकी दे चुके बॉक्सर विजेंदर सिंह ने कहा है कि सवाल करने पर अगर मैं लोगों को एंटी-नेशनल नजर आता हूं, तो मैं एंटीनेशनल हूं।
विजेंदर सिंह ने अपने फेसबुक पोस्ट पर समर बजाज की रचना को पोस्ट करते हुए लिखा, “सबका पेट भरने के बाद अगर मैं किसान अपने हिस्से का निवाला मांगने पर मैं खालिस्तानी नजर आता हूं तो मैं खालिस्तानी हूं ! कंधे से कंधा मिलाकर देश को चलाने पर मै मुस्लिम अगर फिर भी पाकिस्तानी नजर आता हूं तो मैं पकिस्तानी हूं!!”
“बढ़ती फीस पर मैं भविष्य का निर्माता विधार्थी अपने हक की आवाज उठाने पर अगर टुकड़े टुकड़े गैन्ग नजर आता हूं तो मैं टुकड़े टुकड़े गैन्ग हूं!! बढ़ते रेप, ससुराल में जलने, मार खाने के बाद अगर मैं औरत अपने लिए दो आजादी की सांस मांगने पर चरित्रहीन कहलाती हूं तो मैं चरित्रहीन हूं!!”
“सवाल करने पर अगर मैं एंटीनेशनल नजर आता हूं तो मैं एंटीनेशनल हूं!! अपने हक और बराबरी की बात करने पर मैं अगर सरकारो को आतंकवादी नजर आता हूं तो गुलामी और नपुंसक भरी ज़िन्दगी जीने से बेहतर हमारे हक के लिए कुरबानी देने वाले शहीदों के रास्ते पर चलते हूए एक नए और बेहतर समाज़ की कल्पना आतंकवाद है तो मैं आतंकवादी हूं!!”