केंद्र सरकार की ओर से 118 चीनी ऐप्स को बैन करने के बाद देशभर में नई ऐप्स को लॉन्च करने की होड़ मची है। हाल ही में बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार ने युवाओं के पसंदीदा मोबाइल गेम पबजी के बैन होने के बाद इसके विकल्प के तौर पर फौजी गेम (FAU-G) लॉन्च करने का ऐलान किया था। उनके इस ऐलान के ठीक बाद सोशल मीडिया पर कुछ खबरें फैली थीं कि इस गेम की अवधारणा दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने की थी। साथ ही कहा गया था कि गेम को बनाने वालों ने सुशांत के आइडिए को चुरा लिया। अब फौजी के मेकर्स ने बॉम्बे सिविल कोर्ट से एक आदेश जारी करवाया है, जिसमें गेम के सुशांत से लिंक के बारे में गलत खबर फैलाने वालों पर प्रतिबंध लगाया गया है।

फौजी की निर्माता कंपनी एनकोर गेम्स ने कोर्ट के आदेश के बाद एक प्रेस नोट जारी किया। इसमें कहा गया है कि सोशल मीडिया पर गलत जानकारी फैलाने वाले शरारती तत्वों को कोर्ट ने गेम के बारे में भ्रामक सूचनाएं, फोटो और वीडियो फैलाने से प्रतिबंधित किया है। इस आदेश के बाद शरारती तत्व किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर गेम के सुशांत से जुड़े होने की बात नहीं शेयर कर सकेंगे। साथ ही फेसबुक और यूट्यूबर को भी कोर्ट ने भी इस मामले में जरूरी दिशानिर्देश दे दिए हैं।

बता दें कि एनकोर गेम्स ने पहले भी सोशल मीडिया पर चल रही अफवाहों का खंडन किा था। कंपनी ने बयान जारी कर अक्षय कुमार के साथ अपने जुड़ाव के बारे में बताया था। हालांकि, कंपनी ने साफ कर दिया था कि दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत ने इस गेम की परिकल्पना की थी, यह सरासर गलत और आधारहीन तथ्य है। बयान में आगे कहा गया था कि अक्षय कुमार एनकोर के लिए किसी मेंटॉर की तरह हैं। फौजी के सारे कॉपी राइट और इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स एनकोर के पास हैं।

एनकोर की स्थापना 2019 में उद्यमी विशाल गोंडल और दयानधी एमजी ने कुछ लोगों के साथ मिलकर की थी। विशाल ने बताया था कि टीम फौजी गेम पर मई-जून 2020 से काम कर रही है। इस बात से पर्दा उठा दिया गया है की गेम अक्टूबर के अंत तक रिलीज़ होगी लेकिन फिलहाल सटीक तारीख के बारे में जानकारी सामने नहीं आई है।