कृषि कानून को लेकर केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच गतिरोध जारी है। इस बीच देश-विदेश की कई बड़ी हस्तियों ने आंदोलन पर बयान दिए हैं। आज तक के शो सीधी बात में जब एंकर प्रभु चावला ने राकेश टिकैत से किसान प्रदर्शनों को मिलने वाले अंतरराष्ट्रीय समर्थन पर पूछा, तो टिकैत ने बताया कि उनका संगठन दुनियाभर के 73 देशों में फैला है और वे अलग-अलग सरकारों की नीतियों पर भी नजर रखते हैं।

दरअसल प्रभु चावला ने टिकैत से पूछा था कि क्या उन्होंने कभी रिहाना का नाम सुना है? इस पर टिकैत ने कहा कि वे रिहाना को नहीं जानते। इसके बाद एंकर ने कहा कि आजकल अखबार में पढ़ने से लग रहा है कि किसान आंदोलन को देश में कम, विदेश में ज्यादा समर्थन है। लगता है इंटरनेशनल लोग ज्यादा सपोर्ट कर रहे हैं आपको, हिंदुस्तान के लोग कम सपोर्ट कर रहे हैं।

इस पर टिकैत ने कहा, “हमारा जो संगठन है, वो 73 देशों में है। जो वहां के संगठन है, उनके साथ हमारा अलायंस है। जैसे ब्राजील है। वहां किसान हैं ही नहीं, वहां कंपनियां खेती करती हैं। वहां पर 280 आदमी के पास 80 फीसदी जमीन है। वहां जो हमारे आंदोलन के हिस्सेदार हैं, उसको हम मजदूर से किसान बना रहे हैं। वहां पर एक आदमी को 200 से 500 एकड़ जमीन मिलनी चाहिए।”

इसके बाद जब टिकैत से पूछा गया कि क्या सभी 73 देशों में उन्हें समर्थन है, तो उन्होंने कहा कि जो हमारी विचारधारा के सब लोग हैं, उनका समर्थन है। जो पूरी दुनिया में आज क्या हो रहा है, पूंजीवाद कहां जा रहा है। क्या होना है, क्या सरकारों की पॉलिसी है। ये एक दिन का नहीं चल रहा। आने वाले 50 सालों की क्या पॉलिसी बनेगी ये हो रहा है। वहां पर भी हम कंपनियों के खिलाफ हैं, यहां भी हम जो मल्टीनेशनल कंपनियां आएंगी बीच के क्षेत्र में, दूसरे क्षेत्रों में जो आएंगी, क्यों आ रही हैं?