केंद्र की एनडीए सरकार ने शुक्रवार की शाम भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा को नवरत्नों में शुमार सार्वजनिक उपक्रम ओएनजीसी में तीन सालों के लिए निदेशक के पद पर नियुक्त किया है। आपको बता दें कि ये कोई पहला मौका नहीं है जब पार्टी के किसी करीबी की इस तरह से नियुक्ति हुई है। इससे पहले यूपीए सरकार में भी इस तरह की नियुक्तियां होती रही हैं। हमारे सहयोगी इंडियन एक्सप्रेस को सूत्रों ने बताया कि कैबिनेट की नियुक्ति समीति (ACC) ने पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्रालय की सिफारिश पर सहमति दिखाते हुए डॉ. संबित पात्रा को ONGC के गैर आधिकारिक निदेशक के पद पर अगले तीन सालों तक के लिए नियुक्त कर दिया है। हालांकि संबित पात्रा की तरफ से अभी तक इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
BJP Spokesperson Dr Sambit Patra appointed as the Non official director of ONGC pic.twitter.com/HWLhJ1Mm1S
— Arvind Gunasekar (@arvindgunasekar) September 29, 2017
इंडियन एक्सप्रेस ने इस साल जनवरी में ही ये खबर प्रकाशित की थी कि भाजपा के 16 नेताओं को सार्वजनिक उपक्रमों में निदेशक का पद दिया सकता है। इस रिपोर्ट में कहा गया था कि शाजिया इल्मी को इंजिनियर्स इंडिया लिमिटेड, आसिफ खान को एचपीसीएल, किरन घई को NACL का निदेशक बनाया जा सकता है।
आपको बता दें कि साल 2014 में सेबी ने क्लॉज 49 में संशोधन करते हुए ये आदेश पारित किया था कि सभी लिस्टेड कंपनियों में कम से कम 50 प्रतिशत निदेशक गैर कार्यकारी या स्वतंत्र हों, जिनमें एक महिला का होना अनिवार्य है।

