असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने बुधवार को कहा कि वह किसी भी कीमत पर विदेशियों को राज्य में नहीं बसने देंगे। उन्होंने एक ट्वीट के जरिए अपनी बात रखी। सीएम ने ट्वीट किया ‘असम का बेटा होने के नाते, मैं अपने राज्य में कभी विदेशियों को नहीं बसने दूंगा। मैं सर्बानंद कभी भी इस बात की अनुमति नहीं दूंगा।’
वहीं इससे पहले मीडिया से बातचीत में उन्होंने संशोधित नागरकिता कानून (सीएए) पर असम के लोगों को आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि ‘सीएए से अमस के लोगों के हित प्रभावित नहीं होंगे। मैं राज्य के लोगों से भरोसा करने की अपील कर रहा हूं। राज्य को असमाजिक तत्वों की वजह से हिंसा और आगजनी का सामना करना पड़ रहा है।’
इस ट्वीट पर वरिष्ठ पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी ने कटाक्ष किया और उन्हें बीजेपी का बागी नेता तर करार दे दिया। हालांकि उनकी इस प्रतिक्रिया पर यूजर्स ने जमकर चुटकी भी ली। दरअसल पत्रकार ने ट्वीट किया ‘तो इस तरह सोनोवाल असम से बीजेपी के सीएम उन 10 मुख्यमंत्रियों की फेहरिस्त में शामिल हो गए हैं जो संशोधित नागरकिता कानून (सीएए) के खिलाफ हैं। मोदी-शाह के खिलाफ गंभीर विद्रोह।’
स्वाती चतुर्वेदी के इस ट्वीट पर लोगों ने जमकर चुटकी ली। एक यूजर ने कहा ‘आप उनकी बातों का गलत मतलब निकाल रही हैं।’ एक यूजर ने कहा ‘आपको गलतफहमी हो गई है मैम! वह यह नहीं कह रहे कि असम में सीएए लागू नहीं करेंगे, उन्होंने कहा है कि असम उनपर और सीएए पर विश्वास करें।’
एक यूजर कहते हैं ‘नहीं मैडम! वह असम के लोगों का गुस्सा ठंडा करने की कोशिश कर रहे हैं। वह और उनके मंत्री एचबीएस शाह-मोदी की तुलना में अधिक चालाक हैं। लेकिन हम फिर से बेवकूफ नहीं बनेंगे। 2021 आने दो इन्हें सत्ता से बाहर बिठा देंगे।’
बता दें कि नागरिकता कानून के संसद में पेश होने के बाद से ही असम में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था। राज्य के लोगों को नागरिकता के लिए तय की गई नई व्यवस्था उनके कल्चर और अस्तित्व के लिए खतरा लग रही है। नॉर्थ ईस्ट के इस राज्य के लोगों का कहना है कि इस कानून का सहारा लेकर जो भी विदेशी भारत में आएंगे वह असम और नॉर्थ ईस्ट के अन्य राज्यों में ही रहना पसंद करेंगे क्योंकि यह बॉर्डर के नजदीक वाले राज्य हैं।