भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया है कि समाचार पोर्टल ‘न्यूज क्लिक’ ने विदेश से मोटा फंड हासिल किया और भारत को विफल बताने के मकसद से काम किया। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि ‘न्यूजक्लिक’ एक पोर्टल है, जो खुद को एक मीडिया हाउस के रूप में तो पेश करने की कोशिश करता है लेकिन उसे भारतीय सिस्टम को विफल दिखाने और भारत में विदेशी प्रचार करने के मकसद से संदिग्ध तरीके से विदेशों से करोड़ों रुपये प्राप्त हुए हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि इन तथाकथित पोर्टलों और न्यूज़क्लिक का एकमात्र एजेंडा एक विदेशी राष्ट्र का प्रचार प्रसार करना और भारत को बदनाम करना है। कुछ विदेशी शक्तियों और भारतीय राजनेताओं ने मिलकर अशांति फैलाई है। यह एक अंतरराष्ट्रीय टूलकिट का हिस्सा है। वहीं, ईडी ने मीडिया पोर्टल ‘न्यूजक्लिक’ के खिलाफ अपनी मनी लॉन्ड्रिंग जांच में आरोप लगाया कि कंपनी ने समाचार मीडिया आउटलेट्स के लिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश मानदंडों का उल्लंघन करते हुए “कृत्रिम रूप से बढ़ी हुई कीमतों पर” एफडीआई में 9.59 करोड़ रुपये तक की मनी लॉन्ड्रिंग की है। न्यूज पोर्टल की फंडिंग की ईडी जांच एफडीआई नीति का ‘उल्लंघन’ दिखाती है।
बता दें कि एफडीआई मानदंडों के लिए यह भी आवश्यक है कि कंपनी के सीईओ को भारतीय नागरिक होना चाहिए और 60 दिनों से अधिक समय तक काम करने वाले सभी विदेशी कर्मचारियों को सुरक्षा मंजूरी की आवश्यकता होती है।
प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि मीडिया पोर्टल ‘न्यूजक्लिक’ के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच से पता चला है कि मीडिया आउटलेट के प्रमोटरों को उन संस्थाओं से लगभग 38 करोड़ रुपये मिले जो चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़ी हो सकती हैं।
रिपोर्टों के अनुसार, मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रहे एक अधिकारी ने खुलासा किया कि न्यूज़क्लिक ने नेविल रॉय सिंघम नाम के एक श्रीलंकाई-क्यूबा स्थित व्यवसायी के साथ वित्तीय लेन-देन किया था, जिसने कथित तौर पर विदेश से पीपीके न्यूज़क्लिक स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड को 2018 और 2021 के बीच 38 करोड़ रुपये की फंडिंग की थी।
मीडिया आउटलेट के पैसे के प्रवाह का पता लगाने वाले अधिकारियों ने कहा कि सिंघम चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) की प्रचार शाखा से जुड़ा है।