अपने स्थापना दिवस पर भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश के 30000 गांवों तक पहुंचने की योजना बनाई है। इस काम को अंजाम तक पहुंचाने के लिए गांवों में अपने कार्यकर्ताओं को सक्रिय रहने के निर्देश पार्टी आलाकमान ने पहले ही दे दिए हैं। साथ ही उत्तर प्रदेश के सभी एक लाख 61 हजार मतदान केंद्रों में ध्वजारोहण के कार्यक्रम भी रखे हैं।
लोकसभा चुनाव के ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी आलाकमान उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर कोई कोर कसर छोड़ने की मुद्रा में नजर नहीं आ रहा है। राज्य में अपनी ताकत को बढ़ाने के लिए निकाय चुनाव के पहले पार्टी ने जो रणनीति तैयार की है वो विपक्षी दलों को अचंभित कर सकती है।
भाजपा ने 6 अप्रैल को अपने स्थापना दिवस पर उत्तर प्रदेश के सभी तीस हजार गांवों तक पहुंचने का महाअभियान शुरू करने की घोषणा की है। इस बात की पुष्टि प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने की है। उन्होंने बताया कि इसके निर्देश पार्टी के कार्यकर्ताओं को दिए जा चुके हैं। वे प्रदेश के गांव-गांव तक पहुंच कर योगी और मोदी सरकार की उपलब्धियों के बारे में लोगों को जानकारी देंगे।
पार्टी के सूत्रों का कहना है कि हाल के दिनों में उत्तर प्रदेश में हुई बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि से हुए फसलों के नुकसान का सही अंदाजा लगाने में भी इस महाअभियान के तहत मदद मिलेगी।सनद रहे कि अखिलेश यादव की सरकार मौसम की मार के कारण किसानों को हुए भारी नुकसान के मुआवजे के तौर पर 50 रुपए तक के चेक दिए जाने से बहुत किरकिरी हुई थी।
इसका बड़ा खमियाजा अखिलेश यादव को लगातार हार की शक्ल में चुकाना पड़ा था। इससे सबक ले कर हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तहसील स्तर पर अधिकारियों और कर्मचारियों को किसानों को हुए फसली नुकसान का सटीक आकलन करने के निर्देश दिए हैं। बावजूद इसके पार्टी किसी भी तरह की कसर नहीं छोड़ना चाहती।
परिवहन मंत्री कहते हैं कि जिन मंत्रियों को जिले का प्रभार सौंपा गया है उन्हीं के जिम्मे अपने जिले में निकाय चुनाव के दरम्यान पूरी तैयारियों पर नजर रखने की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके साथ ही भाजपा अपने स्थापना दिवस पर प्रदेश भर के एक लाख 61 हजार बूथों पर ध्वजारोहण की तैयारी कर चुकी है। इस बाबत भाजपा के विधान परिषद सदस्य विजय बहादुर पाठक कहते हैं कि 6 अप्रैल को प्रदेश के सभी बूथों पर ध्वजारोहण होगा।
पार्टी के सभी कार्यकर्ता अपने-अपने बूथों पर लोगों को एकत्र कर ध्वजारोहण में उन्हें शामिल करेंगे। इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब तक देशवासियों से जो मन की बात कही है, उसका उर्दू में तर्जुमा कर के मुसलिम बहुल क्षेत्रों में बांटा जाएगा।कुल मिलाकर उत्तर प्रदेश में किसी भी कोने में और किसी भी स्तर पर भारतीय जनता पार्टी किसी भी तरह का कोई प्रयास छोड़ने की मुद्रा में नहीं है।
पार्टी के वरिष्ठ सूत्र बताते हैं कि विधानसभा चुनाव के बाद जिन 25 हजार बूथों पर भाजपा ने खुद को कमजोर पाया था, उसके दुरुस्तीकरण के लिए चलाया गया महाअभियान अब सकारात्मक रंग लेता नजर आ रहा है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं हेगा कि निकाय चुनाव परिणाम भारतीय जनता पार्टी के लिए लोकसभा चुनाव की तदबीर गढ़ने जा रहे हैं। इसके लिए पार्टी ने अभी से अपनी कमर कस ली है।