साल 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने महत्वपूर्ण राजनीतिक तैयारी शुरू कर दी है। सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक पार्टी इस बार 450 से 480 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। वहीं चुनाव में कांग्रेस का लक्ष्य 250 से 275 सीटों पर चुनाव लड़ने का बताया जाता है। भाजपा आलाकमान ने कार्यकर्ताओं को साफ कहा कि है कि भाजपा कहीं भी बी टीम के रूप में चुनाव नहीं लड़ेगी। मतलब जहां गठबंधन की सरकार है वहां भी पार्टी दूसरे पक्ष से ज्यादा या बराबर की सीटों पर चुनाव लड़ेगी। पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश है कि वो इसी सोच के साथ लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू करें।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी पार्टी पदाधिकारियों के साथ हाल के दिनों में हुई बैठक में अपनी रणनीति के साफ निर्देश दिए हैं। मीटिंग में उन्होंने साफ कहा कि इस बार 450 से 480 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ा जाना है। उन्होंने बीते दिनों अपने महाराष्ट्र दौरे पर भी राज्य की सभी 48 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को तैयार रहने को कहा। भाजपा के एक महत्वपूर्ण सूत्र ने बताया कि पार्टी की योजना 2019 में महाराष्ट्र, पंजाब, आंध्रप्रदेश के अलावा तमिलनाडु में 50 सीटें बढ़ाने की है।
बता दें कि भाजपा ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में सबसे अधिक 428 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, जिसमें उसके 282 उम्मीदवार जीतकर आए। सूत्रों के मुताबिक 2019 में भाजपा का खासा ध्यान तमिलनाडु पर होगा। जहां AIADMK चीफ जयललिता के निधन के बाद पार्टी खासी कमजोर हुई है। राज्य में भाजपा इसी का फायदा उठाना चाह रही है। कहा जा रहा है कि इसकी उम्मीद बहुत कम है कि पार्टी तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिया, बंगाल में चुनाव से पहले किसी पार्टी संग गठबंधन करे। पार्टी रणनीतिकार इन सभी सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं।