भाजपा बिजली कंपनियों से मिलकर और उन पर दवाब बना कर बिजली की दरों को चुनाव के बाद बड़े पैमाने पर बढ़ाने की तैयारी कर रही है। भाजपा दिल्ली को 30 फीसद सस्ती बिजली देने के वादे के साथ चुनाव लड़ी थी, आज वही भाजपा बिजली के नाम पर दिल्ली के लोगों को गुमराह करने में लगी है। यह कहना है प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह का।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि डॉक्टर हर्षवर्धन और भाजपा के अन्य नेताओं ने अपने भाषणों में कहा था कि भाजपा दिल्ली में बिजली की दरें 30 फीसद कम करेगी। वह भी बिना सबसिडी के। सरकार आने के बाद वो अपने सभी वायदों को भूल गई और अपने सभी फैसलों को उलट दिया। कांग्रेस नेता ने कहा कि डीईआरसी ने जब बिजली के दाम बढ़ाए हैं तो उसपर भाजपा ने चुनावी फायदे के लिए डीईआरसी पर दवाब बनाकर उसे बिजली के दाम आगामी चुनाव तक रोकने को कहा है, क्योंकि डीईआरसी की ओर से बढ़ाए गए बिजली की दरों के खिलाफ कांग्रेस ने 70 विधानसभा क्षेत्रों में आंदोलन की घोषणा की थी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मुकेश शर्मा की भूख हड़ताल से घबराकर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने डीईआरसी पर दवाब बनाकर चुनाव तक इस बढ़ोतरी को टलवाया है। अरविंदर सिंह ने दिल्ली के लोगों से कहा कि अगर भाजपा दिल्ली का चुनाव जीत गई तो बिजली की कीमतें बेहताशा बढ़ जाएंगी। इसलिए दिल्ली के लोगों को आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को सबक सिखाना चाहिए।