महात्मा गांधी की हत्या के सिलसिले में आरएसएस के खिलाफ अपने संदर्भ के हर शब्द पर राहुल गांधी के कायम रहने के बयान के बाद भाजपा ने कांग्रेस नेताओं के पहले के बलात्कार और हत्या के मामलों को गुरुवार (25 अगस्त) को उठाया और पूछा कि क्या राहुल गांधी को इन जघन्य अपराधों से भी जोड़ा जा सकता है। राहुल गांधी ने बुधवार (24 अगस्त) को उच्चतम न्यायालय में कहा था कि महात्मा गांधी की हत्या के लिए उन्होंने कभी भी आरएसएस को जिम्मेदार नहीं ठहराया बल्कि इससे जुड़े लोगों को जिम्मेदार ठहराया। इसके बाद राहुल ने गुरुवार को कहा कि वह अपने हर शब्द पर कायम हैं और उसके घृणास्पद और विभाजनकारी एजेंडा के खिलाफ लड़ेंगे जिसके बाद भाजपा का यह बयान आया है।
पार्टी ने राहुल पर आरएसएस को निशाना बनाने के लिए झूठ बोलने का भी आरोप लगाया और उनसे पूछा कि दस वर्ष तक सत्ता में रहने के दौरान संप्रग सरकार ने हिंदुत्व संगठन के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने कहा, ‘शीशे के घर में रहने वालों को दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकना चाहिए। क्या राहुल गांधी दलित महिला भंवरी देवी से बलात्कार और हत्या या नैना साहनी मामले से अपना नाम जोड़ना चाहेंगे क्योंकि इन अपराधों के आरोपी कांग्रेस के नेता थे।’ उन्होंने कहा, ‘सच्चाई यह है कि जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और सोनिया गांधी द्वारा निशाना बनाए जाने के बावजूद आरएसएस और मजबूत ही हुआ है। यह राहुल गांधी की भ्रष्ट विचारधारा को दर्शाता है और हम उन्हें गंभीरता से नहीं लेते।’

