Haryana Nikay Chunav Result 2025: हरियाणा नगर निकाय चुनाव में 10 में से 9 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के कैंडिडेट्स ने जीत का परचम लहराया है, तो वहीं एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार की जीत हुई है। कांग्रेस पार्टी का किसी भी निगम में खाता तक नहीं खुल सका है। यहां तक कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ रोहतक में भी कांग्रेस पार्टी अपना खाता नहीं खोल पाई है। सिरसा से भी बीजेपी की जीत हुई है। यहां से भी भारतीय जनता पार्टी का चेयरमैन बना।

हरियाणा में मेयर पद के लिए हुए चुनाव में बीजेपी ने पानीपत, गुरुग्राम, रोहतक, हिसार, करनाल, अंबाला, सोनीपत, फरीदाबाद और यमुनानगर की 9 सीटों पर सबसे बड़ी जीत दर्ज की। मानेसर सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार डॉ. इंद्रजीत यादव से बीजेपी की उम्मीदवार हार गई। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार सुंदर लाल को करारी शिकस्त दी।

नगर निगमविजयी उम्मीदवारदल
पानीपतकोमल सैनीभाजपा
गुरुग्रामराज रानीभाजपा
रोहतकराम अवतार वाल्मीकिभाजपा
हिसारप्रवीण पोपलीभाजपा
करनालरेणु बाला गुप्ताभाजपा
अंबालाशैलजा सचदेवाभाजपा
सोनीपतराजीव जैनभाजपा
फरीदाबादप्रवीण जोशीभाजपा
यमुनानगरसुमन बहमनीभाजपा
मानेसरडॉ. इंद्रजीत यादवस्वतंत्र

जनता ने ट्रिपल इंजन सरकार पर मुहर लगाई- सीएम सैनी

भारतीय जनता पार्टी की नगर निकाय चुनाव में जीत पर मुख्यमंत्री सैनी ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘आज आए स्थानीय निकाय चुनावों के नतीजों में हरियाणा की जनता ने ट्रिपल इंजन सरकार पर अपनी मुहर लगाई है। मैं हरियाणा की जनता का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं। चुनाव आयोग और सभी अधिकारियों को शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराने के लिए धन्यवाद देता हूं। हमारी स्थानीय निकाय सरकार और यह ट्रिपल इंजन सरकार पीएम नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत’ के सपने को पूरा करने में अहम भूमिका निभाएगी।

हरियाणा में RSS ने ऐसे बनाई BJP के लिए जीत की राह

भारतीय जनता पार्टी की सबसे बड़ी जीत गुरुग्राम में हुई। यहां पर कांग्रेस ने जमकर प्रचार अभियान चलाया था। राज्य चुनाव आयोग की वेबसाइट के अनुसार, बीजेपी उम्मीदवार राज रानी ने कांग्रेस के खिलाफ 1.79 लाख से ज्यादा वोटों की बढ़त के साथ चुनाव जीता। गुरुग्राम नगर निगम में अब 36 वार्ड होंगे, जो पिछले कार्यकाल की तुलना में ज्यादा संख्या में हैं।

कब हुई थी वोटिंग

फरीदाबाद, हिसार, रोहतक, करनाल और यमुनानगर के साथ-साथ गुरुग्राम और मानेसर में 2 मार्च को मतदान हुआ था। अंबाला और सोनीपत निगमों में मेयर पदों के लिए उपचुनाव उसी दिन हुए थे। पानीपत में 9 मार्च को मतदान हुआ था। इसके साथ ही 21 नगर निगम समितियों के लिए भी मतदान हुआ था। कुल मिलाकर मतदान प्रतिशत निराशाजनक रहा। यह केवल 41 प्रतिशत रहा। पढ़ें पूरी खबर...