भारतीय जनता पार्टी (BJP) से राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने तालिबान को लेकर एक ट्वीट किया है। स्वामी कहा कि जो लोग तालिबान से बात की क्षमता के बारे में सोच रहे हैं उन्हें काबुल भेज दिया जाना चाहिया।
भाजपा नेता ने कहा, “तालिबान का “वास्तुविक रूप” अब स्पष्ट होता जा रहा है-जो क्रूर है। सरकार में जो लोग तालिबान के साथ बातचीत करने की अपनी क्षमता के बारे में सोच रहे थे, उन्हें अब काबुल भेजा जाना चाहिए और भारत तालिबान शांति समझौता प्राप्त होने तक वहां छोड़ दिया जाना चाहिए।” सुब्रमण्यन स्वामी के ट्वीट पर यूजर्स भी अपनी प्रतिकृया दे रहे हैं।
एक यूजर ने लिखा, “भारत तालिबान के साथ ट्रेड कर सकता है। लेकिन उनके साथ डील नहीं कर सकते, उनसे बात नहीं कर सकते। ये क्या बात हुई।” एक यूजर ने लिखा, “कौन जानता है कि किसी दिन हम मोदीजी को बरादर को गले लगते देख लें। अगर तालिबान ने अदानी के साथ एक बड़ा डील कर लिया तो।
राज्यसभा सांसद ने कहा इस वक़्त तालिबान अकेला नहीं है। उसे कई देशों से सपोर्ट मिल रहा है। इस बीच भारत क्या करेगा यह एक बड़ा सवाल है। सुब्रमण्यम स्वामी ने एक अन्य ट्वीट कर अशरफ गनी को भारत में शरण देने की बात कही है।
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, ‘भारत को अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. अशरफ गनी को अपने यहां रहने के लिए आमंत्रण देना चाहिए। वह अपेक्षाकृत उच्च शिक्षित हैं और जब तालिबान अमेरिका के बनाए आधुनिक हथियारों के साथ पाक अधिकृत कश्मीर में घुसपैठ करेगा, तो वह भारत को भविष्य की प्रवासी अफगान सरकार बनाने में मदद कर सकते हैं।’