Narendra Modi: यूपी भाजपा में मतभेदों के बीच उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का एक ट्वीट चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल उन्होंने हाल ही अपने ट्वीट में लिखा था कि संगठन सरकार से बड़ा है। इसको लेकर तमाम तरह के सियासी कयास लगाए जाने लगे। माना जा रहा है कि पार्टी केशव प्रसाद मौर्य को 2024 लोकसभा चुनाव को देखते हुए संगठन में बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है।
वहीं यूपी विधानसभा चुनाव से पूर्व केशव प्रसाद मौर्य और सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ के बीच अनबन की भी खबरें आई थीं। हालांकि भाजपा नेताओं का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी कार्यशैली और शासन करने के रिकॉर्ड के चलते प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के पसंदीदा बने लोगों में बने हुए हैं।
पार्टी में इस बात की भी चर्चा है कि पार्टी के तीन मुख्यमंत्रियों में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ, असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा और मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपनी कार्यशैली के चलते पीएम की सराहना पाई है। अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि जब भी सीएम पीएम मोदी से मुलाकात करते हैं तो वे उनके निर्देशों को लिखने के लिए नोटपैड और पेन साथ में ले जाते हैं।
बता दें कि इन निर्देशों पर सीएम योगी तुरंत शीर्ष नौकरशाहों को 15 दिनों में रिपोर्ट देने का निर्देश भी देते हैं। इस तरह की दक्षता के लिए वे पीएम मोदी की तरफ से सराहना भी पाते हैं।
केशव प्रसाद मौर्य के ट्वीट के क्या है मायने:
दरअसल केशव प्रसाद मौर्य को बीजेपी के पूर्व संगठन मंत्री सुनील बंसल का करीबी माना जाता है। वहीं बंसल और योगी धड़े के बीच संबंध उतने अच्छे नहीं बताए जा रहे। ऐसे में माना जा रहा है कि यूपी से विदाई के बाद केशव प्रसाद के जरिए ट्वीट से बताने की कोशिश की गई है कि सरकार भले ही योगी आदित्यनाथ के हाथों हो लेकिन सरकार से बड़ा संगठन होता है।
बता दें कि सुनील बंसल भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बन गए हैं। उन्हें तेलंगाना, ओडिशा और बंगाल जैसे राज्यों का प्रभार सौंपा गया है। उत्तर प्रदेश में उन्होंने 2014 से अबतक काम किया था। ऐसे में प्रदेश में उनकी अंदरूनी जड़ें आज भी मजबूत मानी जा रही हैं।