पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव करीब हैं। ऐसे में राजनीतिक गलियारों में बंगाल की संस्कृति की खूब बातें हो रही हैं। वहीं बीजेपी नड्डा पर हुए हमले का भी मामला गरम रहता है। टीवी डिबेट में बहस के दौरान बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया रवींद्रनाथ टैगोर और रवींद्रनाथ ठाकुर को भी अलग-अलग इंसान बता गए। गौरव भाटिया ने टीएमसी प्रवक्ता पर हमला बोलते हुए कहा कि वह रवींद्रनाथ टैगोर का नाम लेना भी नहीं जानते, वह उन्हें रवींद्रनाथ ठाकुर कह रहे थे। इसपर ऐंकर रोहित सरदाना ने टोकते हुए कहा, आपकी भी ड्यूटी बंगाल में लग सकती है। वहीं जाने से पहले थोड़ा अध्ययन जरूर कर लीजिएगा। रवींद्रनाथ टैगोर और रवींद्रनाथ ठाकुर एक ही इंसान हैं।
सरदाना के टोकने के बावजूद भाटिया नहीं रुके। हालांकि उन्होंने यह बात स्वीकार कर ली कि उनसे गलती हुई है। उन्होंने कहा, ‘क्या बंगाल की संस्कृति यह है कि हमारे अध्यक्ष के लिए अपशब्द कहे जाएं। प्रधानमंत्री जी को थप्पड़ मारने की बात की जाती है क्या यह बंगाली संस्कृति है?’
वरिष्ठ पत्रकार जयंतो घोषाल ने कहा, ये प्रवक्ता बहुत अनुभवी हैं लेकिन जमीनी हकीकत कई बार कुछ और होती है। उन्होंने कहा कि इस समय बीजेपी में शुभेंदु अधिकारी की जरूरत है क्योंकि वहां लीडरशिप की कमी है। इसीलिए तृणमूल से नाराज लोगों को ढूंढना पड़ रहा है।
गौरव भाटिया ने कहा, ‘आप अभी कह रहे थे कि वॉशिंग मशीन से साफ सुथरा कर देते हैं। जिस तरह से अमित शाह जी का भव्य शो हुआ है, इसीलिए वह बौखलाई हैं। कोई ताकत भारतीय जनता पार्टी को पश्चिम बंगाल में सरकार बनाने से नहीं रोक सकता। यहां टीएमसी के गुंडे हमला करते हैं। अब यहां कमल खिलेगा और इसे कोई रोक नहीं सकता।’
टीएमसी प्रवक्ता ने कहा, सौमित्र की पत्नी को बुलाया नहीं गया था, वह खुद पार्टी छोड़कर आईं। उन्होंने कहा कि एक महिला के लिए शेरनी और सर्कस की बात अच्छी नहीं लगती। उन्होंने पहली बार सोमनाथ चटर्जी को हराया था।
इसपर गौरव भाटिया ने फिर पूछ लिया कि पीएम मोदी को थप्पड़ मारने की बात कितनी सही है? टीएमसी प्रवक्ता विजय उपाध्याय ने कहा, बात से बात निकलती है। यह क्रिया की प्रतिक्रिया है। ममता बनर्जी 50 स्क्वायर फीट की झोपड़ी में रहती हैं। वह दूध बेचकर पढ़ीं और भाई बहनों को भी पढ़ाया।