देश में अजान vs हनुमान चालीसा का मुद्दा इन दिनों राजनीति का केंद्र बना हुआ है। राजनीतिक पार्टियों की ओर से लगातार इस मुद्दे पर बयानबाजी की जा रही है, जिसे लेकर देश के तमाम न्यूज चैनलों पर राजनीतिक डिबेट का आयोजन किया जा रहा है। ऐसी ही एक डिबेट न्यूज 24 पर आयोजित गई थी, जिसमें भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने शिवसेना और एनसीपी के पैनलिस्टों को टीबी पर हनुमान चालीसा पढ़ने तक का चैलेंज तक दे डाला।

शिवसेना प्रवक्ता ने दिया था शहजाद को चैलेंज: शिवसेना प्रवक्ता शीतल म्हात्रे ने भाजपा के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला को चैलेंज देते हुए कहा कि वह टीबी पर हनुमान चालीसा की दो लाइन बोलकर देखा दें, जिसके बाद भाजपा प्रवक्ता ने हुनमान चालीसा का एक हिस्सा पढ़कर सुनाया।

आगे शहजाद ने शिवसेना प्रवक्ता शीतल म्हात्रे और एनसीपी प्रवक्ता निलेश भोसले को कहा कि “आगे की हनुमान चालीसा बिना गूगल किये दोनों पढ़कर सुनाएंगे। मुसलमान होने के नाते मैंने चार लाइनें हनुमान चालीसा पढ़कर सुनाई। बीच में छोड़ना ये पाप होता है इसीलिए अब मैं चाहता हूं कि ये लोग अब इसे पूरा करें”

अजान vs हनुमान चालीसा मुद्दे पर शिवसेना और एनसीपी से सवाल पूछते हुए कहा कि यह हुनमान चालीसा सुनाने का मुद्दा नहीं है। बल्कि आप लोग वोटों की वीटो पावर लेकर सड़कों पर लोगों को नमाज पढ़ने की इजाजत दे देते हो। वहीं, हमारे लोगों पर हुनमान चालीसा सड़क पर पढ़ने के लिए देशद्रोह तक का आरोप लगाकर जेल में डाल दिया जाता है।

राज ठाकरे ने लोगों को मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा पढ़ने को कहा: महाराष्ट्र में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के प्रमुख राज ठाकरे ने एक मई को औरंगाबाद की रैली में लोगों से कहा था कि अगर मस्जिदों के ऊपर से लाउडस्पीकर नहीं हटाए गए तो वो उनके बाहर हनुमान चालीसा बजाएं। हालांकि पहले विरोध का समय 3 मई से रखा गया था लेकिन ठाकरे ने ईद की वजह से अपने नेताओं को कहा था कि वो समुदाय में किसी तरह का झगड़ा नहीं चाहते लिहाजा 3 मई को किसी भी तरह का धार्मिक पाठ न किया जाए।