पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले ही राजनीतिक दलों के बीच तलवारें खिंच चुकी हैं। सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस से लेकर भाजपा और लेफ्ट-कांग्रेस पार्टी का गठबंधन चुनाव जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता। हालांकि, इस बीच पार्टियों और नेताओं के बीच तीखी बयानबाजी भी जारी हैं। इसको लेकर एक टीवी डिबेट शो में कांग्रेस से जुड़े आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भाजपा पर सवाल उठाए।
कृष्णम बोले- महिला का अपमान करना हिंदुत्व नहींः आचार्य कृष्णम ने भाजपा को हिंदुत्व के मायने बताते हुए कहा, “सत्य, अहिंसा और सद्भावना का नाम हिंदू है। तपस्या और बलिदान का नाम हिंदुत्व है। सर्वे भवन्तु सुखिनः की भावना का नाम हिंदुत्व है। वसुधैव कुटुंबकम की भावना का नाम हिंदुत्व है।” उन्होंने भाजपा को घेरते हुए कहा, “राम का नाम लेकर सत्ता पाने का नाम हिंदुत्व नहीं हो सकता है। राम के नाम पर किसी का गला काटने का नाम हिंदुत्व नहीं है। राम के नाम पर किसी के घर का चिराग बुझाने का नाम हिंदुत्व नहीं है। राम के नाम पर किसी महिला का अपमान करने का नाम हिंदुत्व नहीं है।”
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भाजपा प्रवक्ता प्रियंका टिबरेवाल से पूछा, “क्या आप इस जस्टिफाई करेंगी कि पूरी भाजपा पश्चिम बंगाल में एक महिला को बदनाम और बर्बाद करने की साजिश कर रही है। 24 घंटे हमले हो रहे हैं। मैं उनकी पार्टी का नहीं हूं, लेकिन क्या भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को शोभा देता है कि सारी की सारी फौज इस बात में लग रही है कि ममता बनर्जी को कैसे हिंदू विरोधी दिखाया जा सके।”
भाजपा प्रवक्ता बोलीं- खाली मीठी बातों से कोई आचार्य नहीं हो जाताः इस पर भाजपा प्रवक्ता ने पलटवार करते हुए कांग्रेस को ही घेरना शुरू कर दिया। प्रियंका टिबरेवाल ने पूछा- “जब आप हिंदुत्व के बारे में इतना जानते हैं, तो ऐसी कौन सी मजबूरी थी आपकी कि आपने अब्बास सिद्दीकी से हाथ मिला लिया। आपने हाथ उससे मिलाया, जिसने यह कहा कि कोरोना से देश के हजारों लोग मर जाएं। ये नहीं चाहते कि सच बात लोगों तक पहुंचे।”
टिबरेवाल ने आगे कहा, “सफेद कपड़े पहन लेने से आदमी सफेद नहीं हो जाता। आपके मन के अंदर की जो गंदगी है, वह जनता ने देख लिया है कि खाली मीठी बात करने से आचार्य नहीं हो जाते। इसीलिए हाथ पकड़ा अब्बास सिद्दीकी का, क्योंकि आप देशविरोधी ताकतें हैं। आप लोग राष्ट्र के विरोध का काम करते हैं। अहिंसा की बात करते हैं। मुझे एक मंदिर बताइए यहां तारकेश्वर में बॉबी हकीम को चेयरमैन बना दिया जाता है। फुरफुरा शरीफ में आप और अब्बास सिद्दीकी किसी हिंदू को चैयरमैन बनाएंगे आप।”