BJP Legal Notice Delhi Minister Atishi: भाजपा ने दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी को मानहानि का आरोप लगाते हुए कानूनी नोटिस भेजा है। साथ ही सार्वजनिक माफी की मांगी की है। यह घटनाक्रम आतिशी के आरोप लगाने के एक दिन बाद हुआ है। दिल्ली की कालकाजी से विधायक आतिशी ने आरोप लगाया था कि भाजपा ने उन्हें एक संदेश के माध्यम से अपने खेमे में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था।
आतिशी ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि उन्हें एक करीबी सहयोगी के माध्यम से भाजपा में शामिल होने का प्रस्ताव दिया गया था। साथ ही इनकार करने पर गिरफ्तार करने की धमकी दी गई थी।
दिल्ली की मंत्री के आरोप लगाए जाने के एक दिन बाद बुधवार को इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली भाजपा के मुख्य प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने इस संबंध में उन्हें कानूनी नोटिस भेजा था। सचदेवा ने कहा कि आतिशी आदतन आधारहीन आरोप लगाती रहती हैं। उनके द्वारा झूठा, मनगढ़ंत बयान दिया गया। कोई ठोस या सटीक जानकारी नहीं दी गई।
दिल्ली भाजपा प्रमुख ने कहा कि उन्होंने अपने आरोपों के समर्थन में महत्वपूर्ण विवरण का खुलासा नहीं किया है जैसे कि उनसे किसने संपर्क किया, कब संपर्क किया गया, क्या उनसे संपर्क करने वाला व्यक्ति करीबी परिचित था, वे कौन थे और किसके निर्देश पर बातचीत हुई। उन्होंने कहा कि जब भी आतिशी या उनकी पार्टी राजनीतिक परिस्थितियों में घिर जाती है, तो वे कानून तोड़ने या नेताओं की गिरफ्तारी की कहानियां सुनाते हैं। ऐसा हाल ही में दो बार किया गया है, लेकिन कोई सबूत नहीं दिया गया है।
सचदेवा ने कहा कि नोटिस में उनसे सार्वजनिक रूप से आरोप वापस लेने का आग्रह किया गया है, अगर वह तुरंत माफी मांगने में विफल रहीं, तो भाजपा और उसके कार्यकर्ताओं के अपमान के लिए उनके खिलाफ मानहानि का मामला तुरंत दायर किया जाएगा”।
इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए आतिशी ने कहा कि भाजपा को अपने नेताओं पर “ऐसे तरीकों से” हमला करने के बजाय चुनाव में आप के साथ लड़ना चाहिए।
मंगलवार को भाजपा पर उनसे संपर्क करने का आरोप लगाने के अलावा आतिशी ने कहा था कि उन्हें अपने घर और अपने रिश्तेदारों के आवासों पर प्रवर्तन निदेशालय के छापे पड़ने की आशंका है। उन्होंने कहा कि भाजपा लोकसभा चुनाव से पहले चार और आप नेताओं को गिरफ्तार करने की योजना बना रही है, जिनमें उनके अलावा वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज, दुर्गेश पाठक और राघव चड्ढा शामिल हैं।
आतिशी ने कहा था, ”मुझसे कहा गया था कि या तो मैं बीजेपी में शामिल हो जाऊं…और अगर मैं (नहीं) तो मुझे एक महीने में ईडी द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा…”