पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ टिप्पणी के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर पलटवार करते हुए भाजपा ने रविवार को कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में हार का डर जदयू नेताओं को अभद्र भाषा का प्रयोग करने तथा भाजपा नेताओं के खिलाफ निराधार आरोप लगाने को मजबूर कर रहा है।
शाह के खिलाफ नीतीश के आक्षेपों के जवाब में जारी बयान में भाजपा ने कहा कि जदयू और राजद के नेता ‘‘बिहार चुनाव में हार की आशंका की बौखलाहट’’ में भाजपा नेताओं की छवि खराब कर रहे हैं।
बयान में कहा गया है, ‘‘बिहार चुनाव से पहले भाजपा की बढ़ती लोकप्रियता ने दमन के प्रतीक जदयू और ‘‘जंगल राज’’ के प्रणेता राजद में बौखलाहट पैदा कर दी है, उनका चुनावी जनाधार सिमट रहा है इसलिए उनके नेता भाजपा के खिलाफ झूठे और निराधार आरोप लगा रहे हैं तथा असंसदीय भाषा का प्रयोग कर रहे हैं।’’
अमित शाह के खिलाफ नीतीश के आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा ने कहा कि ‘‘कांग्रेस ने जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर उन्हें जिन मामलों में फंसाया था, अदालत ने सभी में उन्हें बरी कर दिया है और अदालत ने भी यह माना है।’’
नीतीश पर हमला बोलते हुए भाजपा ने सवाल किया, ‘‘क्या नीतीश कुमार चारा घोटाला को भ्रष्टाचार का मामला नहीं मानते हैं? क्या वह भूल गए हैं कि ना सिर्फ लालू यादव बल्कि राजद के विभिन्न विधायकों की आपराधिक पृष्ठभूमि है? क्या वह बिहार को फिर से जंगल राज की ओर ले जाना चाहते हैं?’’