चिराग पासवाल का बंगला खाली करने के मामले में राजद नेता तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि अपने हनुमान के घर में ही उन्होंने आग लगा दी। तेजस्वी का कहना था कि जो हुआ ठीक हुआ पर जिस तरीके से हुआ वो ठीक नहीं लगता। बिहार की जनता देख रही है कि सर्कस मॉडल चल रहा है। उनका कहना था कि उन्हें बीजेपी ही समझ में नहीं आई।

तेजस्वी का कहना था कि राम विलास पासवान और उनका परिवार हमेशा बीजेपी के साथ रहा। लेकिन उनकी पार्टी को ही दोफाड़ करा दिया गया। अब बंगला खाली करा लिया गया। तेजस्वी का कहना था कि बीजेपी क्या कर रही है उनकी समझ से बाहर है। बुलडोजर चलाना है तो बेरोजगारी पर चलाओ। कोरोना काल में जो कुछ हुआ वो लोगों की आंखों के सामने है।

ध्यान रहे कि लोकसभा सांसद चिराग पासवान से उनके दिवंगत पिता रामविलास पासवान को आवंटित बंगले को खाली कर लिया गया है। इस बंगले का उपयोग पार्टी के काम के लिए किया जाता था। राम विलास पासवान का अक्टूबर 2020 में 74 साल की उम्र में निधन हो गया था। वह केंद्र की कई सरकारों में 1989 से मंत्री रहे। वो बीजेपी के काफी करीबी माने जाते थे।

उधर, चिराग पासवान ने अपने दिवंगत पिता को आवंटित सरकारी बंगला खाली कर दिया है। लेकिन उन्होने ये भी कहा कि आज नहीं तो कल यह होना ही था। उन्होंने कभी भी यह मांग नहीं की थी कि सरकारी घर हमेशा के लिए उन्हें दिया जाए पर उनके पिता की बहुत सारी यादें इस घर से जुड़ी हुई हैं।

चिराग ने कहा कि जो चीज उनकी नहीं है वो उन्हें मिल भी नहीं सकती है। उन्होंने कहा कि जिस तरीके से उन्हें घर छोड़ना पड़ रहा है, उस तरीके पर आपत्ति जरूर है। उनके पिता के समय से ही उनके साथ काम करने वाले करीब 100 लोग यहां रहते हैं। केंद्र को थोड़ा नरम रवैया तो दिखाना ही चाहिए थे।