भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह मंगलवार (31 मई) को वाराणसी में दलित और पिछड़ी जाति के लोगों के साथ लंच करेंगे। शाह इसके बाद इलाहाबाद में सरदार पटेल किसान महासम्मेलन में शिरकत करेंगे। बता दें इससे पहले इस महीने की शुरुआत में उज्जैन में कुंभ मेले में शाह ने दलित साधुओं के साथ स्नान किया था।
भाजपा की काशी यूनिट के सदस्य इलाहाबाद में किसान रैली और 12 और 13 जून को होने की राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक की तैयारी में लगे हुए हैं। इन सदस्यों से वाराणसी में पिछड़ी जाति बहुल गांव की पहचान करने के लिए कहा गया था। पार्टी ने पीएम मोदी की संसदीय सीट वाराणसी की सेवापुरी विधानसभा सीट में जोगियापुर गांव को इसके लिए चुना है। यहां पर शाह दलितों के साथ लंच करेंगे।
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पिछड़ी जाति से ताल्लुक रखने वाले भाजपा कार्यकर्ता गिरिजा प्रसाद बिंड ने शाह को अपने घर पर लंच ऑफर किया है। शाह के साथ ही 50 से ज्यादा भाजपा कार्यकर्ता और जोगियापुर और पड़ोसी गांव के लोगों को लंच के लिए न्योता दिया गया है। मुर्गी फार्म चलाने वाले किसान बिंड ने बताया, ‘मैं करीब 600 लोगों का इंतजाम कर रहा हूं। खाना मेरे घर पर ही पकाया जाएगा। पार्टी इन इंतजामों के लिए आर्थिक तौर पर मेरी मदद कर रही है। मेरे घर को आम और केले के पत्तों से सजाया गया है।’
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भाजपा काशी क्षेत्र के अध्यक्ष लक्ष्मण आचार्य ने सोमवार को गांव का दौरा किया। उन्होंने बताया, ‘यह समरसता भोज होगा, जिसमें शाह के साथ दलित और पिछड़ी जाति के लोग लंच करेंगे। गिरिजा प्रसाद बिंड के परिवार ने लंच इसलिए ऑफर किया क्योंकि गांव वाले पीएम मोदी और अमित शाह का आदर करते हैं।’
लंच के बाद शाह इलाहाबाद किसान रैली को संबोधित करने चले जाएंगे। इलाहाबाद और कौशांबी के किसानों को रैली में बुलाया गया है। आचार्य ने बताया कि कुछ सपा और बसपा नेता रैली में भाजपा पार्टी के साथ जुड़ेंगे।’