पश्चिम बंगाल में महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न के मामले को लेकर बीजेपी और टीएमसी आमने सामने हैं। बीजेपी का आरोप है कि उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न हुआ है। अब इस पूरे मामले की जांच के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। इस छह सदस्यीय समिति में दो केंद्रीय मंत्री और चार सांसद शामिल होंगे। यह समिति संदेशखाली इलाके में जाकर मामले की जांच करेगी।

इससे पहले बशीरहाट में एसपी दफ्तर के बाहर धरना-प्रदर्शन के दौरान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार पुलिस से झड़प के बीच घायल हो गए थे और उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।

जेपी नड्डा ने जारी किया लेटर

बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संदेशखली मामले की पार्टी स्तर पर जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति बनाई है। इस समिति में केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, प्रतिमा भौमिक, बीजेपी सांसद सुनीता दुग्गल, कविता पाटीदार, संगीता यादव और बृजलाल शामिल हैं। यह समिति इलाके में जाएगी और पीड़ितों से मुलाकात के बाद जांच जेपी नड्डा को सौंपेगी।

सुकांत मजूमदार का क्या हाल है?

पुलिस के साथ झड़प के दौरान वैन के बोनट से गिरने के बाद पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को बुधवार को कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मजूमदार अन्य भाजपा नेताओं के साथ संदेशखाली जा रहे थे, तभी यह घटना घटी थी। बेहोश होने के बाद उन्हें बशीरहाट के एक अस्पताल ले जाया गया था , बाद में उन्हें कोलकाता के एक अन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था। फिलहाल उनकी तबीयत ठीक बताई जताई जा रही है।

पुलिस के मुताबिक सुकांत मजूमदार के नेतृत्व में भाजपा नेताओं को को ताकी में रोक दिया गया था, जिसके बाद यह मामला सामने आया था। यहां पुलिस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच नोकझोंक शुरू हो गई थी। इसके बाद मजूमदार पुलिस की गाड़ी के बोनट पर चढ़ गए थे और नारे लगाने लगे थे।