उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने राज्य में फिल्म सिटी बनाने की कवायद तेज कर दी है। इसके लिए खुद सीएम योगी ही कोशिशों में जुटे हैं। हाल ही में उन्होंने मुंबई का दौरा भी किया था, जहां उनके बॉलीवुड के कई बड़े नामों से मिलने की बातें सामने आई थीं। हालांकि, शिवसेना का आरोप है कि भाजपा राजनीति के लिए जानबूझकर बॉलीवुड को मुंबई से हटाना चाहती है। एक टीवी शो पर इसी पर बहस के दौरान जब शिवसेना समर्थक ने कहा कि लोगों को सब्सिडी दी जाए, लोगों को बिजली का बिल भरवाएं, किसान सड़कों पर हैं उनका ध्यान दें, तो भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने उन्हें जमकर फटकार लगाई।
संबित पात्रा ने कहा कि मुझे दिखाइए महाराष्ट्र सरकार ने कितने लोगों को सब्सिडी दी है बिजली बिल पर अब तक और कितने लोगों को अकाउंट में पैसा ट्रांसफर कर दिया है। महाराष्ट्र सरकार ने तो किसी को भी सब्सिडी नहीं दी है। संबित ने कहा कि जेवर एयरपोर्ट के पास मथुरा से आधे घंटे की दूरी पर अगर हम सारे लोकेशन पर फिल्म इंडस्ट्री बनाते हैं, तो हजारों-हजार लोगों को नौकरी मिलेगी। एक इंडस्ट्री आगे बढ़ेगी। एक इंडस्ट्री आगे बढ़ने से एक पूरा शहर विकास करता है। इसमें आपत्तिजनक क्या हो सकता है।
संबित यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि भारतवर्ष में किसी भी शहर का किसी चीज पर एकाधिकार नहीं होती। जैसे केवल हम ही प्याज उगाएंगे, कोई और प्याज नहीं उगाएगा, हम ही मेडिकल प्रैक्टिस करेंगे, कोई और नहीं करेगा। केवल हम ही मूवी बनाएंगे, कोई और नहीं बनाएगा। यह अंग्रेजों का भारत नहीं है, ये स्वतंत्र भारत है। एक फेडरल स्ट्रक्चर है, सभी स्टेट अपने बजट के अनुसार काम करेंगे। इसमें राजा भोज, गंगू तेली कहां से आ जाते हैं। उद्धव ठाकरे कहते हैं कि दम है तो हटाकर दिखाओ।
भाजपा प्रवक्ता ने आगे शिवसेना पर निशाना साधते हुए कहा, “मुझे बड़ी अजीब बात लगती है कि जब यूपी और बिहार के लोग मुंबई जाते हैं तो वहां उनकी पिटाई होती है। संजय राउत ने सामना में लिखा था कि ये जो चतुर्वेदी, तिवारी उत्तर प्रदेश से आते हैं, हम उनको मनुष्य नहीं मानते। हम उनको अपना नहीं मानते हैं।”

