एक निजी चैनल से बातचीत करते हुए एआइएमआइएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। ओवैसी ने कहा आज देश का नौजवान सरकार के गलत निर्णयों का शिकार हो रहा है। आज तक न्यूज चैनल के टीवी टिबेट शो में जब ओवैसी से पूछा गया कि मौजूदा समय पूरे देश में अग्निपथ स्कीम के खिलाफ विरोध की आवाज उठ रही है लेकिन दुर्भाग्य ये है कि ये आवाज और नारेबाजी तक सीमित नहीं है ट्रेनों को आग के हवाले किया जा रहा है सरकार और बीजेपी का कहना है कि ये सियासी अग्निवीर हैं जो आग को हवा दे रहे हैं छात्रों को गुमराह कर रहे हैं? तो असदुद्दीन ओवैसी ने इस सवाल के जवाब में कहा, वायलेंस और तसद्दुद का कोई जस्टिफिकेशन नहीं है। लेकिन इसके जिम्मेदार देश के प्रधानमंत्री और उनकी सरकार है। आपने उन नौजवानों को जो दो साल से तैयारी कर रहे थे उनके प्रति आपने गलत फैसला लिया।
ओवैसी ने आगे कहा, ऑर्मी नेवी तो एक ऑनरेबल प्रोफेशन है ना वो कोई कॉन्ट्रैक्ट एम्पलॉइमेंट नहीं है वो लोग तो देश के लिए मरने और मारने के लिए तैयार होते हैं और 4 साल के बाद वो क्या करेगा तो ये गलत फैसला है, ये छात्रों का गुस्सा है और हम प्रधानमंत्री से इस बात की मांग करते हैं कि जिस तरह से कृषि कानूनों को लेकर आपने गलत फैसला लिया था और उसको वापस लिया था वैसे ही इसको भी वापस ले लीजिए खत्म कहानी ये आपकी गलती से हो रहा है क्यों आप धोखा दे रहे हो नौजवानों को? आज देश में 5 में से 1 ग्रेजुएट को नौकरी मिलती है तो ये सरकार की जिम्मेदारी है।
अब तो न रैंक रह गई और ना पेंशनः ओवैसी
आप कहते हैं कि सेंट्रल पैरा मिलिट्री फोर्स में प्रियोरिटी देंगे प्रयोरिटी कोई बात है क्या और जो आप 11 लाख देने की बात कर रहे हैं तो डीए का क्या होगा? ग्रेच्युटी का क्या होगा? मेडिकल इंश्योरेंस का क्या होगा? देश के प्रधानमंत्री सत्ता में आए वन रैंक वन पेंशन कहकर अब तो ना रैंक रह गई और ना ही पेंशन। अगर कोई एक दिन के लिए कोई एमपी या एमएलए बनता हूं एक दिन के लिए भी तो जिंदगी भर उसको पेंशन मिलती है और जो देश की सुरक्षा के लिए तैनात है उसके साथ आप ये मजाक कर रहे हैं। हमारे पास ऑर्मी के लिए एक लाख वैकेंसियां हैं, चीन हमारी जमीन पर कब्जा करके बैठा हुआ है और पाकिस्तान से लगातार आतंकी आते हैं। प्रधानमंत्री को इस फैसले को वापस लेना चाहिए ये फैसला देश को नुकसान पहुंचाएगा। आखिर मोदी सरकार ने गलत फैसला क्यों लिया?
देश के युवा आपसे नाराज हैं
आपने देश की इकोनॉमी को बर्बाद क्यों किया? आपने नोटबंदी क्यों की? आपने लॉकडाउन गलती से क्यों किया? इसका खामियजा भुगत रहा है देश और देश की वो आबादी जो 25 साल से कम उम्र की है। आप उनको आक्रोश में लाए, आपने उनको धोखा दिया, दो साल आपने देश में चुनाव करवाए और रिक्रूटमेंट नहीं किए तो ये जिम्मेदारी देश के प्रधानमंत्री के ऊपर आती है। मैं आपके प्रोग्राम में बैठकर देश के प्रधानमंत्री से ये अपील कर रहा हूं कि आप अपने गलत फैसले को वापिस लीजिए इसको देश का युवा, देश के लोग और जो फौज में जो लोग हैं जिन्होंने देश के लिए कुर्बानियां दी हैं वो आज नाराज बैठे हैं।
अखिलेश यादव का केंद्र पर निशाना
वहीं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए ट्वीट किया है। अखिलेश यादव ने ट्विटर पर लिखा, राय, सलाह, मंत्रणा, सम्मति, मशवरा, परामर्श, विचार-विमर्श, संयुक्त निर्णय, सामूहिक बैठक ये लोकतांत्रिक शब्द भाजपाई शब्दकोश में नहीं हैं। तभी बार-बार देश पर मनमानी भरे फैसले थोपे जा रहे हैं,जिससे देश की ऊर्जा व जनशक्ति सरकार की जनविरोधी नीतियों व योजनाओं के विरोध में ही बर्बाद हो रही है।
देश की सत्ताधारी पार्टी तानाशाह है
ओवैसी ने कहा, देश की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी जनता की तकलीफ को नहीं समझती है वो तानाशाही चलाती है और वो ये समझती है कि देश के प्रधानमंत्री जो फैसला करेंगे हम सब लोग 130 करोड़ उनके गुलाम हैं उस फैसले को मान लेंगे। आपका सवाल इसलिए भी अहम है कि जो लड़के सड़कों पर उतरे हैं उनको भी अपोजीशन पार्टी पर कोई भरोसा नहीं है। वो ये जानते हैं कि विपक्षी पार्टियां भी उनकी मदद के लिए नहीं आ रही हैं और ये तीसरी बार ऐसा हो रहा है पहला सीएए में दूसरा फॉर्म बिल में और तीसरा ये चल रहा है। ये हमारे पोलिटिकल सिस्टम के लिए भी ठीक नहीं है इसीलिए हम देश के प्रधानमंत्री से ये कहते हैं कि वो उन नाराज नौजवानों को अपने घर पर बुलाएं उनसे बात करें उनकी पीड़ा को समझें आप इस तरह से देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकते हैं।