कानपुर में हुई हिंसा के बाद बीजेपी ने रविवार को कहा कि वो सभी धर्मों का सम्मान करती है। दरअसल इस हिंसा के लिए कुछ लोग बीजेपी नेता नूपुर शर्मा के विवादित बयानों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। वहीं बीजेपी की इस सफाई पर यूथ कांग्रेस के नेता ने तंज कसते हुए कहा है कि माचिस भी कहने को मजबूर है कि वो आग नहीं लगाती है।

क्यों आया ये बयान- दरअसल बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा पर आरोप है कि उन्होंने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी की है। इन्हीं विवादास्पद टिप्पणियों पर चल रहे विवाद को शांत करने की कोशिश करते हुए, भाजपा ने ये बयान दिया है। भाजपा ने कहा कि वो किसी भी धार्मिक व्यक्तित्व के अपमान की कड़ी निंदा करती है।

पार्टी महासचिव अरुण सिंह ने एक बयान में कहा कि पार्टी किसी भी संप्रदाय या धर्म का अपमान या अपमान करने वाली किसी भी विचारधारा के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि भाजपा ऐसे लोगों या विचारों को बढ़ावा नहीं देती है। हालांकि, भाजपा के बयान में किसी घटना या टिप्पणी का कोई सीधा जिक्र नहीं है। अरुण सिंह ने कहा- “भारत की हजारों वर्षों की यात्रा में हर धर्म आगे बढ़ा है। किसी भी धर्म के पूजनीयों का अपमान भाजपा स्वीकार नहीं करती।”

कांग्रेस ने क्या कहा- कांग्रेस नेता श्रीनिवास बीवी ने इस बयान पर तंज कसते हुए कहा कि आज ‘माचिस’ भी कहने को मजबूर हुई है कि “मैं ‘आग’ नही लगाती”। उन्होंने कहा- “एक पल के लिए लगा कि आज 1st April है…।”

कानपुर में क्या हुआ- 27 मई को एक टीवी डिबेट के दौरान कथित तौर पर बीजेपी नेता नूपुर शर्मा ने पैगंबर के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया था। इसी के विरोध में शुक्रवार को कानपुर में “बंद” का आह्वान किया था। इसी बंद के दौरान कुछ इलाकों में हिंसा तब शुरू हो हुई जब कुछ लोगों ने जबरदस्ती दुकानें बंद कराने की कोशिश की। तीखी नोकझोंक के बाद दो समूहों में जल्द ही हाथापाई शुरू हो गई और फिर पथराव शुरू हो गया। इस झड़प में पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल हो गए।

हिंसा के बाद यूपी पुलिस ने 800 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस हिंसा के संदिग्ध मास्टरमाइंड सहित 29 को अबतक गिरफ्तार किया जा चुका है। साथ ही 12 को हिरासत में लिया गया है।