देशभर में कोरोनावायरस के बढ़ते केसों को लेकर केंद्र सरकार अब विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई है। कई नेताओं ने देश में वैक्सीनेशन की धीमी गति और इसे कुछ लोगों तक सीमित रखने के सरकार के फैसले पर सवाल उठाया है। हालांकि, यह हमले सिर्फ विपक्ष तक ही सीमित नहीं है। भाजपा के एक नेता ने भी अब मोदी सरकार पर हमला बोला है। राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत के आह्वान पर तंज कसते हुए कहा कि हमें कोरोना से निपटने के लिए दूसरे देशों से वैक्सीन आयात करनी होंगी।
कोरोना वैक्सीन पर अपनी ही सरकार को घेरने लगे स्वामी?: भाजपा नेता ने ट्विटर पर कहा, “कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और हमारे पास वैक्सीन की कमी पड़ रही है। हम भारत में इस्तेमाल करने से ज्यादा वैक्सीन निर्यात कर रहे हैं। इसलिए मेरा सुझाव है कि हम जॉनसन एंड जॉनसन की एक डोज वाली वैक्सीन आयात करें। हम पहले ही ऑक्सफोर्ड-एस्ट्रा जेनेका की कोविशील्ड को ब्रिटेन से आयात कर रहे हैं, इसलिए कोई आत्मनिर्भर का मंत्रजाप नहीं चलेगा।”
कोरोना वैक्सीन को लेकर पहले भी साध चुके हैं निशाना: बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब सुब्रमण्यम स्वामी ने कोरोना वैक्सीन को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा हो। कुछ दिनों पहले ही उन्होंने कुछ खबरों का हवाला देते हुए कहा था कि देश में कोरोना वैक्सीन को लेकर पारदर्शिता की जरूरत है।
स्वामी ने कहा था कि वैक्सीन लगाने के बाद अब तक देश में कई लोगों की मौत हुई है, जिनमें से ज्यादातर की मौत कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने के बाद हुई है। इस मामले को लेकर नीति आयोग से भी रिपोर्ट मांगी गई थी लेकिन अब तक कोई जानकारी नहीं मिली है। स्वामी ने नीति आयोग को नोटिस भेज जवाब तलब करने की अपील की थी। हालांकि, इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने नकारा था स्वामी का दावा: दूसरी तरफ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि भारत में ऐसा अब तक एक भी केस सामने नहीं आया है। वैक्सीन लगने के बाद दुष्प्रभावों से जुड़े मामलों को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय की एक टीम ने हाल ही में समीक्षा की है जिसमें एक भी रक्त का थक्का जमने का मामला सामने नहीं आया है।