लोकसभा परिसर में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों ने आपातकाल की 50वीं बरसी पर नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। इससे पहले स्पीकर ओम बिरला ने भी अपने संबोधन में इमरजेंसी का जिक्र किया और कहा कि देश के संविधान को किनारे कर इंदिरा गांधी सरकार द्वारा आपातकाल लगाया जाना गलत था। एनडीए प्रदर्शन पर कांग्रेस नेता कार्ति चिंदबरम ने कहा कि बीजेपी को रियर व्यू मिरर देखकर कार चलाना बंद करना चाहिए। बीजेपी ने देशभर में आपातकाल की बरसी पर विरोध का ऐलान किया है।
कार्ति चिंदबरम ने क्या कहा?
एनडीए सांसद लोकसभा के बाहर जमा हुए और आपातकाल के खिलाफ नारेबाजी की, इसपर कांग्रेस की ओर से भी प्रतिक्रिया सामने आई है। कांग्रेस सांसद कार्ति चिंदबरम ने कहा, “1975 से अब तक गंगा में बहुत पानी बह चुका है। इंदिरा गांधी ने इस आपातकाल पर खेद जताया था। 1977 के चुनाव में वे हार गई थीं। भाजपा को अब पीछे की ओर देखकर कार चलाना बंद कर देना चाहिए।”
कार्ति चिंदबरम ने आगे कहा, “यह काफी आश्चर्यजनक है कि सत्ता पक्ष क्यों विरोध कर रहा है। अगर वे विरोध करना चाहते हैं तो वे विपक्ष में आ सकते हैं और हमें अवसर दे सकते हैं, हम खुशी-खुशी इसे स्वीकार करेंगे। यह नया कार्यकाल शुरू करने का तरीका नहीं है। आपातकाल का मुद्दा खत्म हो चुका है। हमें आज संस्थाओं का गला घोंटने के बारे में बात करनी चाहिए।”
संबित पात्रा ने क्या कहा?
भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा कि पूरा देश आज विरोध कर रहा है। सिर्फ बीजेपी सांसद इसका विरोध नहीं कर रहा है। पात्रा ने कहा,”यह दिन भारत के लोगों के मन में एक महत्वपूर्ण दिन है। आज से 49 साल पहले इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाया था। करीब डेढ़ लाख लोगों को जेल में डाल दिया गया था। भारत के संविधान में 42वां संशोधन लाया गया था। संविधान बचाने की बात करने वाले राहुल गांधी को आईना दिखाना जरूरी है।”
एनडीए के विरोध प्रदर्शन पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा, “आपातकाल भारत के इतिहास में एक काला धब्बा है। पूरे देश को जेल में बदल दिया गया था और तानाशाही थोपी गई थी। वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों को इसके बारे में जानना चाहिए।”